आगरा : ताजमहल के पास शिल्पग्राम मार्ग पर हाई सिक्योरिटी जोन में देह व्यापार का अड्डा चल रहा था। सीओ सदर के नेतृत्व में ताजगंज पुलिस ने शुभ रिसोर्ट होटल में छापा मारा।
मौके से चर्चित एजेंट भीमा समेत आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है। पकड़ी गई युवतियों में दो विदेशी हैं। उज्बेकिस्तान की हैं।
भीमा उन्हें कांट्रेक्ट पर लेकर आया था। शिल्पग्राम से लेकर ताजमहल के पूर्वी गेट पर पुलिस का कड़ा पहरा रहता है। दर्जनों की संख्या में पुलिस कर्मी सड़क पर 24 घंटे ड्यूटी करते हैं।
सीओ ताज सुरक्षा का कार्यालय भी शिल्पग्राम में है। यह इलाका हाई सिक्योरिटी जोन में आता है। पुलिस दावा करती है कि उसकी मर्जी के बिना यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता।
इसी जोन में स्थित होटल शुभ रिसोर्ट में देह व्यापार का अड्डा चल रहा था। धांधूपुरा निवासी चर्चित युवतियों का एजेंट भीमा देशी-विदेशी युवतियों को ठेके पर लेकर आता था।
यहां रुकवाता था। उसके बाद यहां ग्राहक भेजे जाते थे।
एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि सीओ सदर राजीव कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम होटल पर पहुंची थी। उज्बेकिस्तान की दो युवतियों सहित आधा दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है।
आरोपियों में धांधूपुरा निवासी सुरेंद्र उर्फ भीमा भी शामिल है। विदेशी युवतियों को देह व्यापार के लिए उसने ठेके पर बुलाया था।
इनकी फोटो व्हाट्सएप पर ग्राहकों को भेजी जाती हैं। पसंद करने के बाद ग्राहक को युवती के पास भेजा जाता है। भीमा वर्षों से यह काम कर रहा है।
होटल से पुलिस ने जिन लोगों को हिरासत में लिया है उनसे पूछताछ की जा रही है।
भीमा पहली बार पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है। इससे पहले भी जेल जा चुका है। जनवरी 2020 में उसे तत्कालीन इंस्पेक्टर ताजगंज अनुज कुमार ने पकड़ा था।
उस समय उसके पास से चरस बरामद हुई थी। अकेला था इसलिए देह व्यापार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज नहीं किया गया था।
उसके मोबाइल से पुलिस को शहर के कई दलालों के नंबर मिले थे। उससे मिली जानकारी के बाद कई लोगों को पकड़ा गया था। छापेमारी की गई थी।
कई ऐसे होटल सामने आए थे जिन्हें देह व्यापार के लिए भाड़े पर लिया जाता था। होटल संचालक तक जेल गए थे। एक होटल संचालक ने बताया कि लोगों ने होटल तो खोल लिए हैं।
अब उनके खर्चे नहीं निकल रहे हैं। बड़ी संख्या में मालिकों को अपनी जेब से कर्मचारियों को वेतन देना पड़ रहा है। कोरोना के बाद होटलों की हालात और खराब हो गई है।
पर्यटक हैं। बंद होटल का बिजली बिल भी हजारों का आता है।
कई होटल मालिकों ने अपने होटल भाड़े पर दे दिए हैं, जिन्होंने होटल भाड़े पर ले रख हैं वे खर्चे निकालने के लिए राह से भटक जाते हैं। होटल में गलत काम कराते हैं। ताकि पैसे मिलते रहें। मुनाफा नहीं हो तो स्टाफ का खर्चा निकलता रहे।