नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को राज्यसभा में बजट पर चर्चा का उत्तर देते हुए कहा कि कोरोना महामारी के चलते दुनिया भर की अर्थव्यवस्था नुकसान के दौर से गुजर रही हैं और केंद्रीय बजट में इस परिस्थिति से निपटने के लिए मजबूत सहारा देने की कोशिश की गई है।
वित्त मंत्री ने कहा कि बजट में महामारी से हुए नुकसान से निपटने से जुड़े त्वरित समाधान के अलावा थोड़े और लंबे कालखंड के सतत विकास पर भी ध्यान केन्द्रित किया गया है।
इस दौरान निर्मला सीतारमण सहायता पैकेज और आत्मनिर्भर भारत से जुड़े सरकारी के पहल को भी आगे रखा। सीतारमन ने कहा कि बजट का उद्देश्य विकास, वृद्धि और सुधार लाना है।
सीतारमण ने कहा कि बजट में आम जनता, किसानों, महिलाओं, दिव्यांगों, गरीब व जरूरतमंद और दलित व पिछड़ों के विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है।
विपक्ष पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए सीतारमण ने कहा कि यह उसकी नियमित आदत हो चुकी है।
गरीब तबकों के लिए सरकार के निरंतर प्रयासों के बावजूद विपक्ष दुष्प्रचार का कर रहा है कि सरकार केवल धनकुबेर की मदद कर रही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से 1.67 करोड़ लोगों का घर बनाए गए, सौभाग्य योजना के तहत 2.67 करोड़ लोगों के घरों तक बिजली पहुंचाई गई, सरकारी मार्केट के माध्यम से छोटे, मझौले और लघु उद्योगों से कुल 8 लाख करोड़ की खरीदी की गई।