जम्मू: नगरोटा के पास जम्मू में गुरुवार को हुई मुठभेड़ में मारे गए जैश के आतंकी भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद ले जा रहे थे। शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा है कि उनके पास से 11 एके-47 राइफल और पिस्तौलें भी बरामद की गई हैं। पूरी संभावना है कि वे कोई बड़ी योजना बना रहे थे।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजी दिलबाग सिंह ने आईएएनएस को बताया, जैश-ए-मोहम्मद के 4 आतंकवादियों के समूह ने कल रात सांबा में अंतर्राष्ट्रीय सीमा से भारत में घुसपैठ की थी।
ये चारों कश्मीर की ओर जाने वाले एक ट्रक में यात्रा कर रहे थे। इस ट्रक को टोल प्लाजा के पास पुलिस ने रोका गया जिसके बाद हुई मुठभेड़ में ये चारों मारे गए।
जम्मू के आईजी मुकेश कुमार ने कहा, आतंकियों के इस मूवमेंट के बारे में हमें खास इनपुट मिला था। हमें पता चला था कि ये आतंकवादी आगामी जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनावों में रुकावट डालने की योजना बना रहे थे।
इनपुट मिलने के बाद राजमार्ग पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई और वाहनों की पूरी जांच की जा रही है।
उन्होंने कहा कि सुबह 5 बजे के आसपास आतंकियों को ले जा रहे ट्रक को जब रोका गया तो पूछताछ करने पर ड्राइवर अचकचा गया और कूदकर भागने लगा।
पुलिस की टीम पर ट्रक के अंदर से गोली चली और फिर जवाबी कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद के 4 आतंकवादी मारे गए। उनके पास से 11 एके-47 राइफल और 3 पिस्तौल सहित भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है।
कुमार ने कहा, वे बड़ी योजना बना रहे थे। प्रत्येक आतंकवादी कम से कम 3 एके-47 राइफल ले जा रहा था।
बता दें कि इस साल जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यह दूसरी ऐसी मुठभेड़ है। इससे पहले जनवरी में 3 आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था, जब वे इसी तरह ट्रक के अंदर छुपकर जा रहे थे।