Sunaina Kinnar has no Regrets About her Defeat : झारखंड में लोकसभा चुनाव में ट्रांसजेंडर कम्युनिटी (Transgender Community) की एकमात्र प्रत्याशी सुनैना किन्नर (Sunaina Kinnar) को अपनी हार का कोई रंज नहीं है।
वह Dhanbad seat से चुनाव लड़ रह थीं और उन्हें कुल 3,462 वोट मिले।
इस सीट पर कुल 25 प्रत्याशी मैदान में थे। इनमें सुनैना दसवें नंबर पर रही। यहां खड़े 15 प्रत्याशियों को सुनैना की तुलना में कम वोट मिले।
34 वर्षीय सुनैना चुनाव में अपने प्रदर्शन से खुश हैं। उन्होंने IANS से कहा, “मुझे वोट भले ही कम मिले हों, लेकिन लोगों का प्यार भरपूर मिला है।
मैं चुनाव में इस उद्देश्य के साथ उतरी थी कि लोगों का बता सकूं कि हम उस समुदाय का हिस्सा हैं जो पूरे राज्य, देश, समाज का भला चाहते हैं। हमारे समुदाय को भी सम्मान की नजर से देखा जाए। चुनाव में चाहे जो भी जीते, उन्हें पूरे समाज के हक के लिए काम करना चाहिए।”
सुनैना धनबाद के PK Rai Memorial College से साइंस ग्रेजुएट हैं। चुनाव के लिए जिस दिन उन्होंने पर्चा भरा, उस समय उनके पास मात्र 20 हजार रुपए नगद और उनके अकाउंट में दो हजार रुपए थे।
वह कहती हैं, “हमें बहुत पैसे की जरूरत नहीं है। चुनाव प्रचार के लिए मैं जहां भी गई, लोगों ने मुझे गौर से सुना। मैंने देखा कि लोगों की कई बुनियादी समस्याएं हैं। कोयला क्षेत्र में लोगों की जिंदगी से जुड़ी कई मुश्किलें हैं। उनका समाधान किया जाना चाहिए।”
सुनैना बताती हैं कि चुनाव के लिए पर्चा दाखिल करने पर उन्हें धमकियां मिलीं। उनसे कहा गया कि चुनाव मैदान से हट जाएं। उनका काम बधाई मांगना है और बेहतर होगा कि वे यही काम करें। लेकिन, उन्होंने किसी की परवाह नहीं की।
बता दें कि चुनाव आयोग ने पहली बार 2014 में Transgender कम्युनिटी को थर्ड जेंडर का दर्जा दिया था और अपने तमाम प्रपत्रों में इसका उल्लेख करने की व्यवस्था की थी। इस लोकसभा चुनाव में पूरे देश में धनबाद की सुनैना सहित कुल तीन Transgender प्रत्याशी मैदान में उतरी थीं।