Nitin Gadkari, the dynamic minister in Modi’s cabinet:नई दिल्ली(NEW DELHI)मोदी मंत्रिमंडल के तेज तर्रार मंत्री नितिन गडकरी(Nitin Gadkari)देश में ऐसी सड़कें बनवा रहे हैं कि अमेरिका (america) की सड़कें याद आ जाएं। अब हाईटेक (HIGH COURT) हाईवे और एक्सप्रेसवे बन रहे हैं।
इसमें 8 लेन, 4 लेन और एलिवेटेड एक्सप्रेसवे शामिल हैं। खास बात है कि इन एक्सप्रेसवे पर ऑटोमेटिक (AUTOMATIC) टोल सिस्टम सहित कई अन्य सुविधाएं दी जाएगी।
इसी कड़ी में देश में एक इसतरह के हाईवे प्रोजेक्ट (highway project) पर काम हो रहा है, इसमें 85 किलोमीटर (KM) लंबी सड़क जमीन के अंदर से गुजरेगी।
हिमाचल प्रदेश में 85 किलोमीटर फोरलेन जमीन के नीचे बनकर तैयार होगा। इस फोरलेन प्रोजेक्ट के लिए एनएचएआई (NHAI) ने केंद्र और पर्यावरण मंत्रालय से जरूरी मंजूरी हासिल कर ली है। इस 85 किलोमीटर लंबे हाईवे (highway) में कई सुरंगें बनेगी।
दरअसल हिमाचल में कई हाईवे पर नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) 68 सुरंगों का निर्माण करने जा रहा है। इसमें से 11 टनल का काम पूरा हो चुका है, जबकि 27 सुरंगों पर काम चल रहा है। इन फोरलेन हाईवे के कंस्ट्रक्शन के लिए 50 प्रतिशत से ज्यादा डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर ली गई है।
शानदार 8 लेन, 4 लेन और एलिवेटेड एक्सप्रेसवे बनाने का तेजी से चल रहा काम
दरअसल पिछले साल हिमाचल में बारिश के दौरान आई आपदा के कारण कीरतपुर-मनाली हाईवे पर कुल्लू और मंडी में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ था। इसके अलावा, पठानकोट-मंडी और पिंजौर-नालागढ़ भी आपदा से प्रभावित हुए थे।
इन हाईवे (HIGHWAY) को हुए नुकसान के बाद एनएचएआई (NHAI) को हाईवे का सर्वे करने के बाद सुरंग बनाने के सुझाव मिले थे। इन पर अमल करते हुए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने फोरलेन के ज्यादातर हिस्से को टनल के जरिए गुजारने की तैयारी कर ली है।
इन सुरंगों के बनने से प्रदेश के सभी फोरलेन में 126 किलोमीटर की दूरी कम होगी और यात्रियों के 13 घंटे का सफर कम हो जाएगा।
इसके अलावा, हिमाचल में होने वाली बर्फबारी और बारिश से भी यातायात प्रभावित नहीं होगा। हिमाचल में पठानकोट-मंडी, कालका-शिमला, शिमला-मटौर, कीरतपुर-मनाली और पिंजौर-नालागढ़ नेशनल हाईवे का निर्माण कार्य जारी है। इन हाईवे पर 68 सुरंगें बन रही हैं। इसमें से कीरतपुर-मनाली में 41 किलोमीटर लंबे हाईवे पर 28 टनल भी बनेगा।