Grand Rath Yatra will start tomorrow: आज शनिवार को नेत्रदान के बाद भैया बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ भगवान जगन्नाथ स्वामी 15 दिनों के एकांतवास से बाहर आ गए हैं। वैदिक मंत्रोच्चारण व जय जगन्नाथ (Jagarnath) के जयघोष के बीच भक्तों ने प्रभु का भव्य स्वागत किया।
सुबह 4:00 बजे से भक्तों की लगेगी कतार
गौरतलब है कि कल यानी 7 जुलाई को रथ यात्रा उत्सव मनाया जाएगा। सुबह 4 बजे से ही भक्त भगवान की पूजा करने के लिए कतारबद्ध होने लगेंगे।
दोपहर 2 बजे के बाद भगवान जगन्नाथ, भैया बलभद्र और बहन सुभद्रा को बारी-बारी से रथ पर बैठाया जाएगा। वहीं रथ यात्रा मनोरथ में श्रीजी प्रभु को आम का भोग धराया जाएगा, मनोरथ पर प्रभु श्रीनाथ जी के समक्ष चांदी का रथ रखा जाएगा।
रथ यात्रा के दिन से हवेली में खस के पर्दे पंखे की सेवा, पानी का छिड़काव फव्वारे की सेवा को विराम दिया जाएगा।
अगले दिन सुबह 5 बजे खुलेगा पट
अगले दिन यानी सोमवार 8 जुलाई को सुबह 5 बजे पट खुलेगा और प्रभु भगवान की पूजा होगी। सुबह 6 बजे मंगलआरती व बाल भोग लगाया जायेगा।
दोपहर 12 बजे अन्न भोग लगाया जायेगा। वहीं दोपहर 12:10 बजे पट बंद हो जायेगा। 3 बजे मंदिर का पट फिर से खोल दिया जाएगा। रात के 8 बजे तक भक्त अपने भगवान के दर्शन कर सकेगे।