Election Commission team in Jharkhand: झारखंड विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) की तैयारियों के मद्देनजर चुनाव आयोग ने अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं। इसी कड़ी में भारत निर्वाचन आयोग की छह सदस्यीय टीम बुधवार को झारखंड पहुंची है।
यह टीम पतरातु के Lake Resort में समीक्षा बैठक कर रही है। गुरुवार को इस बैठक का दूसरा दिन था। पहले सत्र की बैठक बुधवार को ही हो चुकी है, जो देर रात तक चली थी। बुधवार को हुई बैठक में संकेत मिले हैं कि चुनाव आयोग चार राज्यों में एक साथ विधानसभा चुनाव करा सकता है।
अगर ऐसा होता है, तो राज्य में समय से पहले ही चुनाव हो जायेगा। यानी झारखंड में अक्टूबर में ही विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) होने के संकेत हैं। हालांकि, अभी कुछ भी फाइनल नहीं हुआ है। बैठक में भारत निर्वाचन आयोग के अलावा झारखंड निर्वाचन आयोग के अधिकारी शामिल हुए।
मतदाता सूची पुनरीक्षण पर चर्चा
इधर, गुरुवार को दूसरे सत्र की बैठक सुबह 8:30 बजे से शुरू हुई। शाम छह बजे तक चली इस समीक्षा बैठक में झारखंड के सभी जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त ने शिरकत की। इस समीक्षा बैठक में विधानसभा चुनाव को लेकर मतदाता सूची के पुनरीक्षण, प्रकाशन समेत सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा हुई।
बैठक में भारत निर्वाचन आयोग के वरीय उप-निर्वाचन आयुक्त धर्मेंद्र शर्मा और नीतेश व्यास, प्रधान सचिव अरविंद आनंद, झारखंड निर्वाचन आयोग के CEO के रवि कुमार मौजूद रहे। भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) की टीम ने जिला निर्वाचन पदाधिकारियों से उनके जिलों में चुनाव की तैयारियों के संबंध में जानकारी ली और उन्हें जरूरी दिशा-निर्देश दिये।
जनवरी में खत्म हो रहा झारखंड सरकार का कार्यकाल
बता दें कि झारखंड सरकार का कार्यकाल जनवरी 2025 में समाप्त होनेवाला है। इससे पहले चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर सरकार का गठन हो जाना है। इस साल तीन अन्य राज्यों महाराष्ट्र, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में भी चुनाव होनेवाले हैं। ऐसे में इन चारों राज्यों में चुनाव एक साथ कराने की तैयारी है। भारत निर्वाचन आयोग झारखंड में दो से तीन चरणों में चुनाव संपन्न कराने की तैयारी कर रहा है।