Mallikarjun Kharge Targets PM Modi : कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने शुक्रवार को PM मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि PM मोदी ने सरकार को जनता के मूल मुद्दों से दूर रखने के लिए PR का इस्तेमाल किया।
खरगे ने कहा कि जून में लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद लोग अब जवाब मांग रहे हैं। PM मोदी पर निशाना साधते हुए खरगे ने कहा कि वह आगामी बजट सत्र के लिए कैमरे के साये में बैठकें कर रहे हैं। उन्हें देश के बुनियादी आर्थिक मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, देश की जनता को बेरोजगारी, महंगाई और असमानता के गर्त में धकेल कर आपकी सरकार ने करोड़ों लोगों का जीवन उजाड़ा है। आने वाले बजट के लिए जब आप कैमरे की छाया में बैठकें कर रहें हैं, तो देश के इन मूल आर्थिक मुद्दों पर भी गौर कीजिए।
आपकी नाकामियों की लिस्ट बहुत लंबी है। 9.2 प्रतिशत बेरोजगारी दर की वजह से युवाओं का भविष्य शून्य की ओर ताक रहा है। 20-24 वर्ष की आयु के लोगों के लिए, बेरोजगारी दर बढक़र 40 प्रतिशत हो गई है, जो युवाओं के बीच नौकरी के बाजार में गंभीर संकट को उजागर करती है। उन्होंने आगे कहा, किसानों की आय दोगुनी करने व लागत 50 प्रतिशत MSP का वादा झूठा निकला है।
हाल ही में 14 खरीफ फसल के MSP पर मोदी सरकार ने फिर ये साबित कर दिया कि उसे स्वामीनाथन रिपोर्ट की एमएसपी की सिफारिश को केवल चुनावी झुनझुने की तरह इस्तेमाल करना है।
जिन सात PSU में ज्यादातर सरकारी हिस्सेदारी बेची है, उनमें 3.84 लाख सरकारी नौकरियां छिनी है। इससे SC, ST, OBC, EWS आरक्षित पदों की नौकरियां भी छिनी है। 2016 से अब तक जो आपने 20 टॉप PMU में थोड़ी हिस्सेदारी बेची है, उसमें 1.25 लाख लोगों की सरकारी नौकरियां गई है।
खरगे ने जीडीपी पर भी मोदी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, GDP के प्रतिशत के रूप में विनिर्माण यूपीए के कार्यकाल में 16.5 प्रतिशत से गिरकर मोदी सरकार के दौरान 14.5 प्रतिशत हो गया है। प्राईवेट निवेश में भी पिछले 10 वर्षों में जबरदस्त गिरावट आई है।
नई निजी निवेश योजनाएं, जो GDP का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, अप्रैल से जून के बीच 20 साल के निचले स्तर पर गिरकर केवल 44,300 करोड़ रुपये रह गई। पिछले साल इस अवधि में 7.9 लाख करोड़ रुपये का निजी निवेश हुआ था। महंगाई का तांडव चरम पर है।
आटा-दाल-चावल, दूध-चीनी, आलू-टमाटर-प्याज, खाने-पीने की सभी जरूरी वस्तुओं के दाम आसमान छू रहे हैं। नतीजा ये है कि परिवारों की घरेलू बचत 50 वर्षों में सबसे कम स्तर पर है। आर्थिक असमानता 100 वर्षों में सबसे ज्यादा है। ग्रामीण भारत में वेतन की बढ़ोतरी Negative पर है।
ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और यह मई में 6.3 प्रतिशत से बढक़र अब 9.3 प्रतिशत हो गई है। मनरेगा में कार्यरत मजदूरों के औसतन दिन कम हुए हैं।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, मोदी जी 10 साल हो गए। आपने अपने PR का इस्तेमाल कर सरकार को जनता के मूल मुद्दों से दूर रखा। उन्होंने मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि अब ऐसा नहीं होगा। जनता सरकार से अब हिसाब मांग रही है। मोदी सरकार को अब देश की अर्थव्यवस्था से मनमाना खिलवाड़ अब बंद होना चाहिए।