नई दिल्ली: सरकार ने सभी टोल पर फास्टैग अनिवार्य कर दिया गया है। बिना फास्टैग वाली गाड़ियों को टोल से गुजरने पर दोगुना टोल देना पड़ेगा।
दीदारगंज टोल प्लाजा से हर दिन 22 हजार गाड़ियां गुजर रही हैं। इनमें अभी मात्र 10 से 11 हजार गाड़ियों में ही फास्टैग लगा रहता है।
दीदारगंज टोल प्लाजा के मैनेजर संजीव कुमार के अनुसार जिन गाड़ियों में फास्टैग लगी नहीं रहेगा, उनसे दोगुना टोल के साथ वहीं पर फास्टैग लगाया जाएगा।
फिलहाल अभी एयरटेल, पेटीएम और एनएचएआई फास्टैग लगा रहा है। फ़ास्टैग की चिप स्टीकर के रूप में गाड़ी की विंडस्क्रीन पर लगी होती है।
जैसे ही गाड़ी टोल-प्लाजा से होकर गुजरती है, टोल-प्लाज़ा पर लगा सेंसर इस चिप को रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन की मदद से रीड करता है और उस टोल-प्लाजा के हिसाब से तय पैसे अपने आप कट जाते हैं।
इस प्रक्रिया में बहुत ज्यादा समय नहीं लगता, इसका फायदा यह होगा कि टोल पर गाड़ियों को अधिक देर तक रुकना नहीं पड़ेगा और इससे अक्सर ट्रैफिक जाम लगने की समस्या में भी कमी आएगी।
वाहन चालकों के लिए ये जानना आवश्यक है कि एनएचएआई द्वारा जारी की गाइडलाइन के अनुसार बिना फास्टैग वाली गाड़ियों को दोगुना टोल टैक्स चुकाना होगा।