Pratul Shah Dev said: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाह देव (Pratul Shah Dev) ने कहा कि फिजूलखर्ची की बात करने वाली राज्य सरकार ने सिर्फ फोटो वॉर में करोड़ों रुपये का बंटाधार कर दिया।
JMM को भाजपा के केंद्रीय नेताओं का दौरे पर आना फिजूल खर्ची लगता है लेकिन केंद्र सरकार द्वारा पूर्णता फंड किए जाने वाले मोबाइल वेटरिनरी क्लिनिक वैन योजना सिर्फ फोटो वॉर के कारण बर्बादी के कगार पर है।
प्रतुल BJP प्रदेश मुख्यालय में शुक्रवार काे पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में बीमार पड़े जानवरों का पशुपालकों के घर पर जाकर ही इलाज करने की योजना थी। राज्य के सभी 236 ब्लॉकों में इस तरह के मोबाइल वैन को देने की योजना थी।
प्रथम खेप में 70 वैन मिल भी गए थे। 10 अगस्त, 2023 को राज्य सरकार ने इन वैनों के संचालन के लिए MOU भी कर दिया लेकिन एक वर्ष से भी ज्यादा समय से यह वैन खड़ी है।
इनमें अभी भी पूर्व मुख्यमंत्री Champai Soren और पूर्व कृषि मंत्री बादल पत्र लेख की तस्वीर लगी है। इन वैनों की खरीद में राज्य सरकार का कोई पैसा नहीं लगा है और पूर्णता केंद्र सरकार का पैसा लगा हुआ है। यह एक और उदाहरण है कि किस तरीके से राज्य सरकार केंद्र की योजनाओं को लटकाना और अटकाना चाहती है।
प्रतुल ने कहा कि इसी तरह गरीबों को राशन उपलब्ध कराने के लिए 66 लाख थैलें बनवाए गए थे, जिसमें तत्कालीन मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन की तस्वीर लगी हुई थी। थैलों में योजनाओं का भी जिक्र था। इनमें सिर्फ 22 लाख थैली बांटे गए जबकि 44 लाख थैली को नहीं बांटा गया।
प्रतुल ने कहा यह विशुद्ध रूप से सरकारी खजाने का दुरुपयोग है। क्योंकि, पिछले पांच महीने से थैली को नहीं बांटना यह दिखा रहा है की Hemant Soren सिर्फ खुद का चेहरा चमकाने में विश्वास रखते हैं। इसलिए पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन के तस्वीर वाली बाकी बची हुई थैली को बांटने नहीं दिया।
प्रतुल ने कहा कि हाई कोर्ट के स्पष्ट निर्देश के बावजूद भी राज्य सरकार बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियों के मुद्दे पर न्यायालय को गुमराह करने की कोशिश कर रही है।
हाई कोर्ट ने स्पष्ट निर्देश दिया था कि सीमावर्ती छह जिलों के उपायुक्त ही शपथ पत्र के जरिए घुसपैठ की जानकारी देंगे और उनको निकालने के कदम भी बताएंगे लेकिन राज्य सरकार के दबाव में जानबूझकर LRDC , AC और SDO जैसे कनीय अधिकारियों ने एफिडेविट करके गलत जानकारी दी कि कोई बांग्लादेशी घुसपैठिया इन छह जिलों में नहीं है।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि आज अपनी जायज मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे सहायक पुलिसकर्मियों पर सरकार ने बर्बरता का परिचय दिया। असहाय और निहत्थे सहायक पुलिसकर्मियों को लाठियां से पीटा गया। कई के सिर फट गए। कई अस्पताल में भर्ती हैं। यह सहायक पुलिसकर्मी सिर्फ सरकार के दिए गए पूर्व के आश्वासन को अमल में लाने की मांग के कारण आंदोलन कर रहे थे। यही बर्बरता इस सरकार की सच्चाई है।