गिरिडीह: बिरनी थाना क्षेत्र के बलगो पंचायत के सलैयडीह में रोंगटे खड़े करने वाला एक मामला सामने आया है, जहां आग में जिंदा जलने से मां, बेटी और पोती की मौत हो गई।
तीनों पुआल पर सो रही थी। घटना रविवार देर रात की है। आग लगने की वजह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। माना जा रहा है कि आग सेंकने के दौरान ही यह हादसा हुआ होगा।
लोगों ने रविवार की रात जब आग की तेज लपटों को देखा तो उन्हें घटना की जानकारी मिली। इसके बाद लोगों ने अपने प्रयास से आग को बुझाया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
मृतकों में मुद्रिका देवी (55), उसकी बेटी गुड़िया कुमारी (14) और पोती झुलिया कुमारी (7) शामिल हैं। घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाकर मामले की जांच में जुट गई है।
घर से 50 मीटर दूर खलिहान में सोई थीं तीनों
मृतका मुद्रिका देवी के बेटे सीताराम यादव ने बताया कि तीनों ही रोजाना घर से करीब 50 मीटर दूर खलिहान में पुआल पर सोती थीं।
रात करीब साढ़े 12 बजे मृतकों के पड़ोसी की नजर घर के बाहर पड़ी तो देखा आग की तेज लपटें निकल रहीं हैं। उन्होंने शोर मचाया तो परिजन व ग्रामीण भागते हुए मौके पर पहुंचे और आग को बुझाया।
हालांकि, तब तक तीनों की जलकर मौत हो चुकी थी।
दरअसल, तीनों सोने के दौरान अपने साथ आग सेंकने का प्रबंध भी करके रखती थीं। रात में आग सेंकने के दौरान ही तीनों को नींद आ गई होगी और इसी दौरान आग पुआल में लग गई होगी।
दो माह पहले भी खलिहान में सो रहे बुजुर्ग व नाबालिग जिंदा जल गए थे
बताते चलें कि दो माह पूर्व गिरिडीह के पीरटांड़ थाना क्षेत्र के चिरकीडीहा में भी खलिहान में आग लगने की वजह से बुजुर्ग और नाबालिग की जिंदा जलकर मौत हो गई थी।
जबकि तीन बच्चे झुलस गए थे। यह हादसा भी देर रात आग सेंकने के दौरान ही हुआ था।