Angered by the Water logging in Jharkhand High Court campus : झारखंड हाईकोर्ट (Jharkhand High Court) की पार्किंग और कैंपस के अन्य हिस्सों में जलजमाव पर कोर्ट ने गहरी नाराजगी जताई है।
High Court की बिल्डिंग को लेकर दायर एक जनहित याचिका पर गुरुवार को सुनवाई करते हुए कोर्ट ने राज्य सरकार से कहा कि लंबे वक्त से बिल्डिंग के निर्माण की मांग हो रही थी। बड़ी रकम खर्च कर बिल्डिंग और कैंपस का निर्माण कराया गया है।
इसके बाद भी बारिश के पानी का जिस तरह भारी जमाव देखने को मिला है, वह बेहद निराशाजनक है।
कोर्ट ने राज्य सरकार को आदेश दिया कि बिल्डिंग और कैंपस में Rain water harvesting system installed किया जाए। इस मामले में राज्य सरकार को अगली सुनवाई के पहले रिपोर्ट दाखिल करने को कहा गया है। अगली सुनवाई अगस्त के पहले हफ्ते में होगी।
बता दें कि दो दिन पहले हुई बारिश के दौरान हाईकोर्ट की पार्किंग में जलजमाव हो गया था और कई अधिवक्ताओं की गाड़ियां बारिश में डूब गई थीं।
लगभग 600 करोड़ की लागत से बनकर तैयार झारखंड हाईकोर्ट का भवन देश का सबसे बड़ा न्यायिक परिसर है। इसका क्षेत्रफल सुप्रीम कोर्ट के कैंपस से भी साढ़े तीन गुना ज्यादा है।
इसके लिए झारखंड सरकार की ओर से 165 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई गई है। इसका उद्घाटन पिछले वर्ष 24 मई को भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया था।