Two People who were going to Testify Against Aman Srivastava were Kidnapped: रामगढ़ जिले में अमन श्रीवास्तव का गिरोह (Aman Srivastava’s Gang) काफी सक्रिय हो गया है।
इस गिरोह के सदस्यों ने अपने आका को बचाने के लिए दो युवकों का अपहरण किया था। गवाही गुजर जाने के बाद उन दोनों युवकों को अपराधियों के द्वारा छोड़ दिया गया। आपराधिक गिरोह और युवक के परिजनों के बीच मेडिएटर का काम कर रहे प्रेम पांडे उर्फ प्रेम प्रकाश पांडे को गिरफ्तार (Arrest) कर लिया गया है।
इस मामले की जानकारी बुधवार की शाम प्रेस कांफ्रेंस के दौरान रामगढ़ SP अजय कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि प्रेम पांडे के द्वारा ही अमन श्रीवास्तव गिरोह का मैसेज भुरकुंडा के युवकों को दिया जा रहा था।
SP ने बताया कि 13 अगस्त को विक्की साव और शानू कुमार राणा का अपहरण बेहद नाटकीय ढंग से किया गया था। उन लोगों को शादी इंगेजमेंट के कार्यक्रम में Videography करने के लिए वाराणसी जाने की बात कहकर भुरकुंडा से ही कुछ लोग साथ ले गए थे। दोपहर 2:00 बजे से उन लोगों का मोबाइल ऑफ कर दिया।
दोनों के घर वालों ने अनहोनी घटना की आशंका से भुरकुंडा पुलिस को लिखित सूचना दी और इस मामले में पुलिस ने तत्काल प्राथमिक की दर्ज की। दोनों युवकों की बरामद के लिए पतरातू SDPO वीरेंद्र कुमार राम, सर्किल Inspector योगेंद्र सिंह, भुरकुंडा ओपी प्रभारी अभिषेक कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने कई स्थानों पर छापेमारी की और जांच-पड़ताल किया। पुलिस ने इस दौरान अपहरणकर्ताओं की एक कार सासाराम के पास से बरामद की, जिस पर फर्जी नंबर प्लेट लगा हुआ था।
कामेश्वर हत्याकांड का चश्मदीद गवाह था अमित
पुलिस जांच के दौरान यह सामने आया कि 2015 में पतरातू बाजार में पांडे गिरोह के तत्कालीन संचालक किशोर पांडे के पिता कामेश्वर पांडे की सुशील श्रीवास्तव गिरोह ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिसमें अमन श्रीवास्तव एवं अन्य की संलिप्तता थी। ये लोग वर्तमान में जेल में बंद हैं। इस वारदात में विक्की साव का छोटा भाई अमित साव चश्मदीद गवाह है और 17 अगस्त को उसकी गवाही कोर्ट में होनी थी।
जेल में बंद अमन श्रीवास्तव गिरोह के द्वारा अमित साव पर अपने पक्ष में गवाही देने के लिए दबाव बनाया जा रहा था, जिसके लिए प्रेम पांडे एवं भारत पांडे को जिम्मेदारी सौंप गई थी। इस घटना में शामिल प्रेम पांडे उर्फ प्रेम प्रकाश पांडे को जयनगर पतरातू से गिरफ्तार किया गया है। उसने अपने बयान में जेल में बंद अमन श्रीवास्तव से मोबाइल पर बात कर अपहरण करने की साजिश रचने की बात कही है।
प्रेम पांडे पूर्व में भोला पांडे गिरोह में काम करता था। दो-तीन वर्ष पूर्व भोला पांडे गिरोह से अलग होकर अपना गिरोह चलाता था। इसके विरुद्ध पूर्व में कई हत्या और रंगदारी के केस दर्ज हैं। वर्तमान में अमन श्रीवास्तव गिरोह के लिए वह काम कर रहा है।