Champai Soren Took the Decision: पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन (Champai Soren) अब Front Foot पर राजनीति के मैदान में उतर गए हैं। दिल्ली से लौटने के बाद उन्होंने बुधवार को अपने पैतृक गांव झिलिंगगोड़ा, महुलडीह तथा हाता क्षेत्र में समर्थकों से मुलाकात के बाद अलग संगठन खड़ा करने की घोषणा कर दी है।
उन्होंने कहा कि आगामी 7 दिन के भीतर पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी। बीते मंगलवार को दिल्ली से वापस आने के बाद देर रात से उनके आवास पर समर्थकों का जमावड़ा लगा हुआ था। दिल्ली से लौटने के बाद उन्होंने स्पष्ट कर दिया था कि बहुत जल्द पता चल जाएगा कि वे क्या करने वाले हैं।
बुधवार की सुबह भी बड़ी संख्या में समर्थक उनके आवास पर पहुंचे थे। समर्थकों से बातचीत के बाद Champai Soren अलग-अलग जगहों पर जाकर भी समर्थकों से मिल रहे हैं।
अलग संगठन खड़ा करने की घोषणा के बाद ऑफ द रिकॉर्ड चंपाई सोरेन ने कहा कि सीएम बनने के बाद जिस तरह से अपमानित किया जा रहा था, उसको बयां नहीं किया जा सकता है। चंपाई सोरेन का गुस्सा सीधे तौर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लेकर था।
चंपाई की इस घोषणा से BJP में शामिल होने के कयासों पर अब विराम लग गया है। हालांकि उन्होंने अभी तक नहीं बताया है कि उनकी पार्टी का क्या नाम होगा। इससे पहले कहा जा रहा था कि बीजेपी के कुछ बड़े नेताओं के संपर्क में Champai Soren थे।
मगर ऐन वक्त पर खेल बिगड़ गया और दिल्ली यात्रा उनकी राजनीतिक नहीं बल्कि निजी हो गई। कहा जा रहा है कि प्रदेश स्तर के कुछ बीजेपी नेताओं ने ही खेल बिगाड़ने का काम किया और चंपाई के BJP में इंट्री से पहले ही इस पर विराम लग गया। अब सभी को उनका अगला कदम क्या होगा, इसपर निगाहें टिकी है।