रांची: किसान संयुक्त मोर्चा के देशव्यापी रेल रोको आंदोलन के तहत झारखंड राज्य किसान संघर्ष समन्वय समिति की ओर से गुरुवार को राजधानी के नामकुम स्टेशन में रेल रोका गया।
इस दौरान लोग किसान विरोधी कानून रद्द करने, किसानों के फसल के लिए समर्थन मूल्य का कानून बनाने, पेट्रोल, डीजल, गैस मुल्य वृद्धि वापस लेने, मजदूर विरोधी मजदूर कोड रद्द करने ,खेत हमारा फसल हमारा दाम तुम्हारा नहीं चलेगा आदि नारे लग रहे थे। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस दल तैनात किया गया था।
मौके पर झारखंड राज्य किसान संघर्ष समन्वय समिति के राज्य संयोजक सुफल महतो ने कहा कि झारखंड के सभी जिलों में रेल रोको शांति पूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ।
किसान विरोधी कानून के वापसी तक आन्दोलन जारी रहेगा। रेल रोको आंदोलन मोदी सरकार के लिए एक सबक है, सरकार को कृषि कानून वापस लेना ही होगा।
इस अवसर पर किसान नेता केडी सिंह ने कहा हर हाल में कानून वापस लेना होगा।
आदिवासी अधिकार मंच के नेता सुखनाथ लोहरा ने कहा कृषि कानून रद्द करने की लड़ाई में झारखंड के आदिवासी साथ है। किसान महासभा के नेता भुवनेश्वर केंवट ने कहा कृषि कानून अंडाणी और अंबानी के लिए है।
किसान संग्राम समिति के नेता सुशांतो मुखर्जी ने कहा कृषि कानून किसानों के साथ धोखा है।
एक्टू नेता सुवेदु सेन ने कहा पेट्रोल डीजल गैस मुल्य वृद्धि देश की जनता पर भारी बोझ है। झारखंड राज्य किसान सभा के नेता बिरेंद्र कुमार ने इस कानून को कॉर्पोरेट पक्षीय बताया।
महिला नेत्री वीणा लिंडा ने कहा कृषि क़ानून के खिलाफ़ लड़ाई में महिलाएं आगे है। आदिवासी अधिकार मंच के महासचिव प्रफुल्ल लिंडा ने कहा मोदी सरकार किसानों को बर्बाद करना चाहती है।
इसके अलावे सीटू नेता एस, के, राय, मधुवा कच्छप, कपील महतो, अमिना मुंडा, बिरसा मुंडा,अनिमा तिर्की, आसिन टोप्पो, निखिल नायक, सारो देवी,हिरन मिंज,हिनदुवा लकड़ा,मस प्रकाश टोप्पो,नंदिता भट्टाचार्य,नोरीन अख्तर सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।