Earthquake In Iran: ईरान ने हाल ही में इजराइल के खिलाफ मिसाइल स्ट्राइक (Missile strike) की थी। इसके जवाब में इजराइल ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाने की सोच रहा है, लेकिन ऐसा करने से पहले वह टेंशन में है।
वह के कई सैन्य ठिकानों पर बम बरसा सकता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका भी लगातार Israel को ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना ना बनाने की हिदायत दे रहा है।
इजराइली अधिकारी सार्वजनिक रूप से कहते रहे हैं कि वह हमले का बदला लेंगे। उनका कहना है कि इस बार का बदला अप्रैल में किए गए जवाबी हमले से भी घातक होगा।
अमेरिका दे रहा परमाणु ठिकानों को निशाना न बनाने की हिदायत
परमाणु साइटों पर हमला न करने की रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब 5 अक्टूबर को ईरान में 4.4 रेक्टर के भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप (Earthquake) का केंद्र 12 किमी की गहराई में था। इसके बाद इस बात चर्चा हो रही है कि क्या ईरान ने न्यूक्लियर टेस्ट किया है।
हालांकि किसी भी एक्सपर्ट ने इसकी पुष्टि नहीं की है। रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल परमाणु साइट पर हमले की जगह सैन्य ठिकानों या खुफिया साइटों पर हमला करेगा लेकिन अगर इसके बाद ईरान जवाब देता है तो परमाणु प्रोग्राम के खिलाफ भी एक्शन हो सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पूर्व और वर्तमान वरिष्ठ इजराइली अधिकारियों ने माना कि इजराइल ईरान के परमाणु प्रोग्राम को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है लेकिन इस बात को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि क्या इजराइल का हमला ईरान के परमाणु कार्यक्रम को बाधित करने के लिए पर्याप्त होगा या फिर इसकी जगह ईरान अलर्ट हो जाएगा और परमाणु हथियार बनाने में तेजी ला सकता है।
पिछले साल युद्ध में उतरे इजराइल का लक्ष्य हमास को हराना और उत्तरी इजराइली लोगों को लेबनान की सीमा के पास वापस भेजना है।
इजराइल नहीं चाहेगा कि वह इसकी जगह एक क्षेत्रीय युद्ध में कूद जाए और वह भी ईरान के साथ। इजराइली सुरक्षा कैबिनेट, सेना, अमेरिका और पश्चिम के देश चिंतित हैं कि अगर इजराइल ईरान की परमाणु फैसिलिटी (Nuclear Facility) पर हमला करता है तो इस कारण ईरान के साथ एक बड़ा युद्ध शुरू हो जाएगा।