Freedom from Shani dosh: हिंदू धर्म में शास्त्रों के अनुसार शमी वृक्ष (Shami tree) का बड़ा महत्व है। शमी वृक्ष को बेहद ही मंगलकारी वृक्ष भी माना जाता है।
इसी कारण पूजा-पाठ के दौरान भी शमी पत्र की विशेष रूप से जरूरत पड़ती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस वृक्ष में कर्मफलदाता शनि देव का वास होता है, साथ ही शमी पत्र भगवान शिव और गणेशजी को भी प्रिय है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार जब भगवान श्री राम लंका से विजय प्राप्त करके लौटे तो उन्होंने भी शमी वृक्ष का पूजन किया था। इसके अलावा महाभारत के समय में जब पांडवों को अज्ञातवास दिया गया, तब उन्होंने अपने अस्त्र-शस्त्र शमी वृक्ष में ही छिपाए थे।
नवरात्रि में भी मां दुर्गा का पूजन शमी वृक्ष के पत्तों से करने का विधान है। वहीं कई तरह की समस्याओं से राहत पाने के लिए शमी पत्र को लेकर कई उपाय करने से समस्याएं दूर होती है। तो चलिए आज आपको ऐसे ही कुछ उपायों के बारे में बताते हैं।
मान्यता है कि शनिवार को शमी का पौधा उत्तर दिशा में लगाने और उसके बाद तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें लाल चंदन डालकर ऊं नम: शिवाय मंत्र का जप करते हुए शमी के पेड़ की जड़ में चढ़ाने से शीघ्र ही अच्छी नौकरी पाने में सफलता मिलती है।
इस मंत्र का करें जप
अमंगलानां च शमनीं शमनीं दुष्कृतस्य च।
दु:स्वप्रनाशिनीं धन्यां प्रपद्येहं शमीं शुभाम्।।
शनि दोष दूर करने के उपाय
वहीं शनिवार के दिन शमी के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है। इससे शनि दोष (Shani Dosha) शांत में राहत मिलती है।
नौकरी आदि पाने में आ रहीं बाधाएं दूर होती हैं। सावन में शी वृक्ष के नीचे दीपक जलाना सबसे अधिक शुभ फल देने वाला माना जाता है।
इन बातों का रखें खास ख्याल
मान्यताओं के अनुसार शनिवार, मंगलवार को शमी पत्र नहीं तोड़ना चाहिए। यदि पूजा-अर्चना के लिए शमी पत्र की जरूरत है तो इसे एक दिन पहले ही तोड़ कर स्वच्छ स्थान पर रख देना चाहिए।
इसके पीछे की वजह यह है कि शनिवार और मंगलवार पूजा पाठ के विशिष्ट दिनों में से एक हैं। इस दिन शनि देव, बजरंगबली, मां दुर्गा की विशेष पूजा अर्चना होती है। इस दिन गणेशजी, भगवान शिव और शनिदेव को प्रिय वृक्ष के पत्तों को तोड़ा जाय या वृक्ष को परेशान किया जाए तो शनि देव (Shani Dev) का कोप झेलना पड़ सकता है। ऐसा करने पर आपके घर में समस्याएं आ सकती हैं और शनि दोष लग सकता है।
Disclaimer : यहां सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। यहां यह बताना जरूरी है कि News Aroma किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।