Ladies Justice Statue : सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने कोर्ट में Ladies Justice Statue में एकतरफा परिवर्तन पर नाराजगी जताते हुए इसे लेकर प्रस्ताव पारित किया।
प्रस्ताव में कहा गया है कि हम न्याय प्रशासन में समान हितधारक हैं, लेकिन जब ये बदलाव प्रस्तावित किए गए, तो कभी हमारे ध्यान में नहीं लाए गए। हमें इन बदलावों के पीछे के तर्क के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
नई प्रतिमा में बदलाव का विरोध
बीते मंगलवार को जारी प्रस्ताव में वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल की अध्यक्षता वाली SCBA ने सुप्रीम कोर्ट के प्रतीक और नई प्रतिमा में बदलावों का विरोध किया है।
बता दें कि इसमें आंखों पर पट्टी बंधी लेडी जस्टिस को खुली आंखों के साथ दिखाया गया है। एक हाथ में तलवार की जगह भारत का संविधान दिखाया गया है।
बदलावों को रेडिकल बताते हुए प्रस्ताव में कहा गया कि बदलावों पर बार से सलाह ली जानी चाहिए थी। पिछले साल नई प्रतिमा का अनावरण करते हुए भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) धनंजय वाई चंद्रचूड़ ने कहा था कि कानून सभी को समान मानता है।