बोकारो : सिवनडीह के रहने वाले मो. जावेद के खिलाफ सेक्टर-12एफ के रहने वाले खालिद नदीम खान ने सात लाख रुपए ठगी करने का आरोप लगाते हुए सेक्टर-12 थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
उन्होंने पुलिस को बताया कि मो. जावेद उनके घर आया-जाया करते थे। इस बीच उन्होंने तेतुलिया में अपनी जमीन के बदले सात लाख रुपए मांगे।
जमीन बेचने के लिए 18 लाख रुपए में वह तैयार हो गए। उसके बाद संतोष सिंह के सामने उन्हें सात लाख रुपए एडवांस दे दिया।
उसके बाद जब भी वह जमीन रजिस्ट्री को लेकर उनसे कहते थे तो वह टालमटोल करता रहता था।
हाल में वह न तो रुपए देने का तैयार हुआ और न ही जमीन देने को। उसके बाद झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी भी देने लगा था।
रांची नेपाल हाउस के पास हुई थी पहली लेनदेन
इस बीच नेपाल हाउस के पास 15 जुलाई को देवाशीष कृषि विभाग के वाहन से पहुंचा और उसे तीन लाख रुपए दे दिए। जबकि, अभिनंदन ने फोन पर बाकी के रुपए उसके अकाउंट में भेज देने की बात कहीं।
उसके बाद कई किस्तों में उसने बाकी के पैसे भी डाल दिए। 28 सितंबर को चिंटू के मोबाइल पर कृषि विभाग का ज्वाइनिंग लेटर भेज दिया।
उसी दिन अभिनंदन ने क्रांफेंस में देवाशीष से बात कराई और कहा कि लेटर को लेकर नेपाल हाउस चले जाने पर उसकी ज्वाइनिंग हो जाएगी।
उसके बाद वहां से उसकी ज्वाइनिंग सरायकेला जिला कृषि कार्यालय में हो जाएगी। इसे लेकर वहां के अधिकारी को फोन भी कर देंगे।
इसके बाद 15 अक्तूबर को फोन कर अभिनंदन कुमार ने कहा कि कृषि विभाग में नौकरी के नाम पर घोटाला हुआ है।
उसे ज्वाइनिंग के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा। उसके बाद ही चिंटू को नौकरी के नाम पर ठगे जाने का अहसास होने लगा।
जब उसने अपने रुपए अभिनंदन से मांगे तो उसने बताया कि उनके भाई अभय ने सारा रुपया घर बनाने एवं कपड़े की दुकान में लगा दिया।
उसके बाद अभिनंदन राशि वापस करने को लेकर इनकार भी करने लगा। इधर, पुलिस मामले की छानबीन में लग गई है।