Four-day Festival Chhath begins: लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ (Chhath) मंगलवार से शुरू हो गया।
पहले दिन व्रतियों ने स्नान करने के बाद सात्विक भोजन, कद्दू भात, चना दाल आदि का सेवन किया। बुधवार को खरना है। दिनभर उपवास के बाद शाम में व्रती खीर-पुड़ी का प्रसाद करेंगे।
व्रती गुरुवार शाम में अस्ताचलगामी भगवान भास्कर (God Bhaskar) को अर्घ्य देंगे और शुक्रवार की सुबह उदयमान सूर्य को अर्घ्य देंगे। इसके बाद पारन करेंगे। इसके साथ चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन होगा।
छठ को लेकर हर जगह घाटों की साफ-सफाई व सजावट का काम चल रहा है। सरकार के साथ स्वंयसेवी संगठन इस काम लगे हुए हैं। घाटों को सुंदर ढंग से सजाया जा रहा है। रांची में कई स्थानों पर सजावट का काम अंतिम चरण में हैं।
राजधानी में सज गया छठ का बाजार
महापर्व छठ को लेकर राजधानी में तैयारी तेज हो गई है, जहां छठ घाटों को चकाचक किया गया है। नदी, डैम, तालाबों को स्वच्छ किया गया है।
वहीं, राजधानी में छठ बाजार में सज-धज कर तैयार हो गये हैं। महापर्व के मौके पर राजधानी के जिला स्कूल मैदान में वर्षों से तीन दिवसीय बाजार सजता आ रहा है।
यहां 250 से 300 लोग गांव, प्रखंड, पंचायात, ब्लॉक के लोग अपनी दुकाने लगाने पहुंचते हैं। मंगलवार से दुकान लग गई है। खरीदार भी पहुंचने लगे हैं। इस बाजार में हिंदु, मुस्लिम, आदिवासी सभी वर्ग समुदाय के लोगों ने आस्था के महापर्व छठ पर अपनी दुकानों को सजाया है।
छठ बाजार में कांके, मांडर, रातू, ओरमांझी, डोरंडा, पूंदाग, धुर्वा, ढीपाटोली, रांची, मोरहाबादी, नामकुम, लोवाडी, डोरंडा, आदि क्षेत्र के 300 लोगों ने दुकान सजाया है।
इसके अलावा राजधानी के हरमू बाजार, डोरंडा बाजार, मोरहाबादी, बरियातु, कडरु, चुटिया, हटिया, धुर्वा, पंडरा, लालपूर, कांटा टोली, अरगोड़ा, कोकर, धुर्वा, हटिया आदि क्षेत्रों में भी दुकान सजाया गया है।
छठ के फल और प्रति किलो दर
पानीफल- 80 रु
शरीफा- 100 रु
आंवला- 100 रु
शकरकंद- 80 रु
पनौरा- 400 रु
कबरंगा- 300 रु
मूली- 80-100 रु
डंभा- 100 रु जोड़ा
नारीयल सूखा-70-80 रु जोड़ा
गाजर- 100 रु
हलदी कच्चा- 50 रु
मोमफली- 100 रु
सेब- 100-150 रु
सेब पेटी- 500-850 रु
संतरा- 60 रु
संतरा पेटी- 250-400 रु
अनानास- 70 रु पीस
केला दर्जन- 60 रु
केला कांदी- 500-800 रु
गन्ना- 40-60 रु पीस