Jharkhand Foundation Day: शुक्रवार को यानि 15 नवंबर को झारखंड अपना 24वां स्थापना दिवस (24th Foundation Day) मनायेगा। साल 2000 में इसी दिन बिहार से अलग करके झारखंड राज्य बनाया गया था।
इसके साथ ही झारखंड देश का 28वां राज्य बना था। इस साल झारखंड राज्य अपना 24वां स्थापना दिवस शुक्रवार को मनाया जायेगा। इस अवसर पर राज्यभर में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जायेंग।
झारखण्ड के राज्यपाल संतोष गंगवार (Santosh Gangwar) ने झारखंड के स्थापना दिवस पर राज्य के सभी निवासियों तथा देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है।
राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा है कि प्राकृतिक संसाधनों और सांस्कृतिक विविधता से संपन्न झारखंड अपनी अनोखी विरासत और परंपराओं के लिए विशेष स्थान रखता है।
उन्होंने कहा कि झारखंड के लोग अपने श्रम, साहस और आत्मनिर्भरता के लिए जाने जाते हैं एवं राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। राज्यपाल ने आशा व्यक्त की कि झारखंड प्रगति की दिशा में निरंतर आगे बढ़ता रहे और यहाँ के लोग सुख, समृद्धि और खुशहाली की ओर अग्रसर रहें।
प्रो.संजय ने बताया कि इस दिन झारखंड के भगवान माने जाने वाले धरती बाबा यानी बिरसा मुंडा की जयंती भी होती है। यह दिन झारखंड की संस्कृति, इतिहास और विकास को समर्पित होता है। इस अवसर पर राज्य भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इनमें सांस्कृतिक कार्यक्रम, रैली और विशेष सरकारी कार्यक्रम शामिल होते हैं।
कुल 24 जिले हैं झारखंड में
इतिहासविद् डॉ.एस महापात्रा (Dr.S Mahapatra) ने बताया कि झारखंड का स्थापना दिवस इस प्रदेश की पहचान और उसकी विविधता को उजागर करता है। उन्होंने बताया कि झारखंड शब्द को दो शब्दों से मिलाकर बनाया गया है झार और खंड। झार का मतलब होता है जंगल और खंड का मतलब भूमि। इसे मिलाकर झारखंड का मतलब वन की भूमि होता है।
उन्होंने कहा कि झारखंड के राजकीय पशु की बात करें तो ये भारतीय हाथी है जबकि झारखंड का राजकीय पक्षी कोयल है और रांची इस राज्य की राजधानी है।
वर्तमान में झारखंड में कुल 24 जिले हैं और जिन्हें पांच प्रमंडलों में बांटा गया है। झारखंड के कुल क्षेत्रफल की अगर बात करें तो यह लगभग 79,716 वर्ग किलोमीटर है।
क्षेत्रफल के आधार पर झारखंड देश का 15वां बड़ा राज्य है। झारखंड को अद्भुत झरने, पहाड़ी, वन्य जीव, अभ्यारण, दामोदर नदी और यहा के पवित्र स्थान जैसे बैद्यनाथधाम, पारसनाथ रजरप्पा जैसे क्षेत्र पर्यटक स्थलों के लिए जाना जाता है।
झारखंड राज्य को कोयला, तांबा अयस्क, अभ्रक, लौह अयस्क, बॉक्साइट, ग्रेनाइट पत्थर, यूरेनियम, चांदी और डोलोमाइट जैसे मिनरल एक समृद्ध राज्य बनाता है। भारत में जितने भी खनिज भंडार हैं, झारखंड में उसका विशाल 40 फीसदी हिस्सा पाया जाता है।