सैन फ्रांसिस्को: गूगल ने कॉरपोरेट ईमेल के उपयोग की जांच के बाद आर्टिफिशियल इंजेलिजेंस (एआई) की एथिक्स रिसर्चर मार्गरेट मिशेल को नौकरी से निकाल दिया है।
मिशेल एथिकल एआई टीम की सह-प्रमुख थीं।
एक्सियोस की एक रिपोर्ट के अनुसार, गूगल ने मिशेल को इसलिए निकाल दिया क्योंकि उन्होंने अपने सहकर्मी तिमनीत गेब्रु के खिलाफ भेदभाव का सबूत खोजने के लिए कॉर्पोरेट ईमेल के उपयोग से स्वचालित स्क्रिप्ट का इस्तेमाल किया था।
गेब्रू को गूगल ने पहले ही नौकरी से निकाल दिया है।
रिपोर्ट में शुक्रवार को कहा गया है कि मिशेल ने गूगल के गेब्रू से निपटने और सीईओ सुंदर पिचाई एवं ब्लैक कॉलेज व विश्वविद्यालय के नेताओं के बीच एक बैठक की आलोचना करते हुए एक ट्वीट पोस्ट किया।
गूगल ने एक बयान में कहा कि मिशेल के आचरण की समीक्षा करने के बाद हमने पुष्टि की कि हमारी आचार संहिता के साथ-साथ हमारी सुरक्षा नीतियों का कई बार उल्लंघन किया गया, जिसमें गोपनीय व्यवसाय संबंधी संवेदनशील दस्तावेजों और अन्य कर्मचारियों के निजी डेटा शामिल हैं।
गौरतलब है कि गूगल ने एक दिन पहले ही गूगल रिसर्च के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टीम की जिम्मेदारी संभालने के लिए जाने-माने ब्लैक एक्जिक्यूटिव मैरियन क्रोक को नियुक्त किया था।
इसके बाद ही मिशेल को निकाल दिया गया। यह नियुक्ति एक अन्य ब्लैक एक्जिक्यूटिव गेब्रू को विवादास्पद ढंग से निकाले जाने के मद्देनजर हुई।
गेब्रू गूगल की एथिकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टीम के तकनीकी सह-नेतृत्व थीं।
गेब्रू ने दिसंबर में कहा था कि उन्हें एक ऐसे ईमेल के आधार पर निकाल दिया गया था, जिसमें उन्होंने गूगल की प्रतिबद्धता के समावेश और विविधता के बारे में अपनी शंकाएं व्यक्त की थीं।