Modi magic did not work in Jharkhand: झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Elections) के परिणाम बता रहे हैं कि इस बार हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन (Hemant Soren and Kalpana Soren) का जमकर प्रभाव चला।
इंडिया गठबंधन को जबरदस्त सफलता मिली, जबकि भाजपा और उसके गठबंधन के दल सफलता पाने में नाकाम रहे। इस बार मौदी मैजिक (Modi Magic) काम नहीं किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड में छह सभाएं की थीं। इन सभाओं के माध्यम से राज्य के पांचों प्रमंडलों को साधने की का प्रयास किया, लेकिन विजय भाजपा के अनुकूल नहीं रहा।
शिवराज और हिमांता का कुछ भी असर नहीं
BJP ने अपने स्टार प्रचारकों के रूप में उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, राजस्थान के मुख्य़मंत्री को झारखंड में कैंपने के लिए उतारा था।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) झारखंड BJP प्रभारी के रूप में लगातार झारखंड में बने रहे। लगभग हर विधानसभा क्षेत्र में उन्होंने सभाएं की, पर रिजल्ट में कोई असर नहीं दिखा।
हेमंत और कल्पना से संभाला मोर्चा
दूसरी ओर एनडीए गठबंधन की ओर से हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन (Hemant Soren and Kalpana Soren) ने मोर्चा संभाला।
दोनों ने मिलकर 200 सभाएं की। भाजपा को बांग्लादेशी घुसपैठ और काटेंगे तो काटेंगे तो मुद्दे को नाकाम कर दिया।
दोनों ने गठबंधन के मेनिफेस्टों को भी लोगों के बीच बखूबी रखा। इससे लोग प्रभावित हुए।
इसके अलावा गठबंधन की ओर से लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष Rahul Gandhi ने छह, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने एक, तेजस्वी ने 23, मल्लिकार्जुन खड़गे ने 6 और सचिन पायलट ने एक सभा की।