Atul’s Suicide Case: इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले (Atul’s Suicide Case) में पुलिस अब ऐक्टिव हो गई है।
बेंगलुरु पुलिस (Bengaluru Police) ने अतुल सुभाष की पत्नी निकिता सिंघानिया, उसकी मां निशा और भाई अनुराग की तलाश तेज कर दी है। इन तीनों को पकड़ने के लिए बेंगलुरु पुलिस ने अपनी एक टीम को जौनपुर रवाना किया, जो गुरुवार को पहुंच गई।
अतुल सुभाष ने यह आरोप लगाकर जान दे दी थी कि उसकी पत्नी निकिता और ससुराल वाले उत्पीड़न कर रहे हैं। उनका कहना था कि दोनों के बीच केस चल रहा था और निकिता लगातार उन्हें फंसाने की धमकी दे रही थी। उसका कहना था कि 3 करोड़ रुपये देकर सेटलमेंट कर लो वरना पूरे परिवार को फंसा देंगे।
खबरें हैं कि ये तीनों लोग अपने जौनपुर स्थित घर को छोड़कर भाग गए हैं। इसके वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। वहीं जौनपुर के SP Ajaypal Sharma ने कहा कि हमें अब तक बेंगलुरु पुलिस से कोई सूचना नहीं मिली है। यदि उनकी ओर से मदद मांगी जाती है तो हम सपोर्ट करेंगे।
अतुल सुभाष ने एक वीडियो भी जारी किया था
वहीं निकिता का पक्ष रखने वाले वकील विजय मिश्रा का कहना है कि अतुल से गुजारा भत्ता मांगने के लिए मुकदमा चल रहा था। यह तो समझ से ही परे है कि उसने जान क्यों दे दी। इस मामले में विस्तार से जांच की जरूरत है ताकि सच पता चल सके।
अतुल सुभाष ने एक वीडियो भी जारी किया था, जो बेहद मार्मिक था। इसके अलावा वह 24 पन्नों की एक चिट्ठी भी लिखकर गए हैं। बेंगलुरु पुलिस का कहना है कि हमने एक टीम निकिता, निशा और अनुराग की तलाश के लिए भेजी है। खबर मिली है कि वे लोग जौनपुर स्थित अपने घर को छोड़कर कहीं चले गए हैं।
अब उन लोगों की खोज के लिए जौनपुर पुलिस से भी मदद मांगी गई है। बेंगलुरु की मुन्नेकोल्लल कॉलोनी में रहने वाले अतुल सुभाष की मौत के बाद उनके माता-पिता पहुंचे थे और अब वे वापस बिहार के समस्तीपुर आ गए हैं।
अतुल के भाई विकास ने इस मामले में केस दर्ज कराया था, जिसके आधार पर पुलिस ऐक्शन ले रही है।बेंगलुरु के मराठाहल्ली थाने (Marathahalli police station) की पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में केस दर्ज किया है।
अतुल सुभाष का कहना था कि निकिता और उसके परिवार वाले पूरे मामले को खत्म करने के लिए 3 करोड़ रुपये की डिमांड कर रहे थे। इसके अलावा बच्चे को दिखाने के लिए भी 30 लाख रुपये की मांग की जा रही थी।