Pregnant Women Worried: अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) राष्ट्रपति का पद संभालते ही कई नए फैसले लेते हुए फाइलों पर हस्ताक्षार करने शुरू कर दिए हैं, जिसके बाद पंजाब सहित पूरी दुनिया में हलचल बढ़ गई है।
जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प तेजी से फाइलों पर हस्ताक्षर कर रहे हैं। अमेरिका की सभी पुरानी नीतियों को बदलाव हो रहा हैं। उनके नए फैसलों से भारतीय मूल के लोगों पर सीधा असर पड़ रहा है, जिससे हर कोई चिंतित हैं।
20 फरवरी के बाद पैदा हुए बच्चों को अमेरिकी नागरिकता नहीं दी जाएगी
ऐसे में पंजाबियों ने इसका देसी जुगाड़ निकाल लिया है, जिससे अस्पतालों में भारी भीड़ लग गई है। दरअसल, अगले महीने ट्रम्प द्वारा लागू किए जाने वाले नियम के तहत, 20 फरवरी के बाद पैदा हुए बच्चों को अमेरिकी नागरिकता नहीं दी जाएगी, अगर उनके माता-पिता अमेरिकी नागरिक या ग्रीन कार्ड धारक नहीं हैं।
इस निर्णय से भारत, पाकिस्तान और अन्य देशों की गर्भवती महिलाएं परेशान हो गई हैं, जो अपने बच्चों के लिए अमेरिकी नागरिकता (U.S. Citizenship) प्राप्त करने की आशा कर रही थीं। यही कारण है कि ये महिलाएं शीघ्र प्रसव कराने के लिए अस्पतालों का रुख कर रही हैं, जबकि उनके प्रसव में अभी कुछ महीने बाकी हैं।
पिछले कुछ घंटो में अमेरिका में समय से पहले ही प्रसव की बाढ़ आ गई है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, नए नियमों कारण गर्भवती महिलाएं समय से पहले C-Section के लिए क्लिनिक में आ रही हैं।
एक महिला, जिसका प्रसव मार्च में होना है, अपने पति के साथ आई थी और शीघ्र प्रसव (Delivery) की मांग कर रही थी। इन महिलाओं का मुख्य उद्देश्य अपने बच्चे को अमेरिकी नागरिकता दिलाना है, क्योंकि 20 फरवरी के बाद उन माता-पिता के बच्चों को नागरिकता नहीं मिलेगी जो अमेरिकी नागरिक या ग्रीन कार्ड धारक नहीं हैं।
हालांकि, विशेषज्ञ इस निर्णय को लेकर चिंतित हैं। समय से पहले प्रसव से मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है। समय से पहले प्रसव के दौरान बच्चे के फेफड़े पूरी तरह विकसित नहीं होते हैं, जिससे उन्हें सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। इसके अलावा, इन बच्चों का वजन कम हो सकता है तथा भविष्य में उन्हें न्यूरोलॉजीकल संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं।