Pintu Kumar Nayak murder case: बोकारो पुलिस ने हजारीबाग DC ऑफिस में तैनात पिंटू कुमार नायक हत्याकांड (Pintu Kumar Nayak murder case) का पर्दाफाश कर दिया है।
12 जनवरी की रात पिंटू की गोली मारकर हत्या (Murder ) कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में मृतक की भाभी सुनीता देवी को मुख्य साजिशकर्ता बताया है, जिसने संपत्ति विवाद के चलते 3 लाख रुपये की सुपारी देकर पिंटू की हत्या करवाई।
हत्या की वजह और साजिश का खुलासा
पुलिस के अनुसार, पिंटू और उसकी भाभी सुनीता देवी के बीच संपत्ति को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। इसी विवाद के चलते सुनीता ने अपने भांजे छोटेलाल नायक के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई।
सुनीता ने चार महीने पहले ही हत्या का प्लान तैयार कर लिया था। घटना की रात, सुनीता ने खुद अपराधियों के लिए घर का गेट खोला और उन्हें अंदर ले जाकर पिंटू के कमरे तक पहुंचाया।
घटना का विवरण
12 जनवरी की रात, बोकारो के कसमार प्रखंड के मधुकरपुर गांव में पिंटू खाना खाकर अपने कमरे में सो रहा था। तभी दो अपराधी छत से सीढ़ी के रास्ते उसके कमरे में घुसे और पिंटू के सीने और कनपटी पर गोली मार दी। वारदात को अंजाम देकर अपराधी फरार हो गए।
पुलिस की कार्रवाई
बोकारो SP ने बताया कि विशेष टीम ने टेक्निकल सेल (Technical cell) की मदद से सुनीता देवी समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपियों में छोटेलाल नायक, टिमा तुरी, राहुल कश्यप और अजीत कुमार उर्फ सीताराम साव शामिल हैं। पुलिस ने उनके पास से एक देसी पिस्टल, एक देसी कट्टा, 9 जिंदा कारतूस और एक खोखा बरामद किया है।
आरोपियों ने किया जुर्म कबूल
पुलिस पूछताछ में सभी आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। हत्या के दौरान सुनीता देवी घर में ही मौजूद थी और पूरी वारदात को अंजाम देने में अपराधियों की मदद की। फिलहाल पुलिस सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज चुकी है और मामले की विस्तृत जांच जारी है।
बरामदगी
पुलिस ने अपराध में इस्तेमाल हथियार और अन्य सबूतों को भी जब्त कर लिया है। इस खुलासे के बाद इलाके में तनाव है, लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई से पीड़ित परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद है।