Prayagraj : महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या के पावन मौके पर Snan करने के लिए लाखों लोग Kumbh Mela में तटों पर मौजूद थे। सबसे ज्यादा भीड़ संगम तट पर मौजूद थी। भगदड़ के बाद एक बड़ी समस्या उन लोगों के लिए बन गई है तो अपनों से बिछड़ गए हैं।
भीड़ की वजह से लोगों की बड़ी संख्या ऐसी है, जो अपने लोगों से बिछड़ गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा संख्या बुजुर्गों की है। Ground Reality ये है कि खोने वालों की संख्या कई गुना बढ़ गई है। ये कुंभ क्षेत्र में बड़ा इश्यू है।
एक शख्स ने बताया कि हमारे 65 साल के बहनोई जो सांवले रंग के हैं और धोती कुर्ता पहने हुए हैं, वो धक्का मुक्की में बिछड़ गए हैं। अभी तक नहीं मिले हैं। महाकुंभ में आई एक महिला ने रोते हुए कहा कि मुझे पता नहीं था कि यहां इतनी भीड़ होगी। मेरे पास घर जाने के लिए एक रुपया भी नहीं बचा है। मेरे बच्चे भी बिछड़ गए हैं। रात से मैं सभी पुलिसवालों से अपील करती फिर रही हूं कि मेरे बच्चों से मुझे मिलवा दो।
Yogi Ji आपकी पुलिस भी सुनती नहीं हैं। भगदड़ में अपनों से बिछड़ने के बाद एक बुजुर्ग महिला ने रोते कहा कि वहां पर दाल-चावल बंट रहा था। अचानक भीड़ आई और एक दूसरे पर चढ़ने लगी। मैं भी अपनों से बिछड़ गई हूं। खाना भी नहीं खाया है। मैं Bareilly से आई हूं। कोई मुझे अपनों से मिलवा दे।
एक अन्य बुजुर्ग औरत ने भी बताया कि भगदड़ में मुझे भी चोट लगी है। मेरे एक हाथ में रॉड लगी हुई है। उस पर भी भीड़ चढ़ गई। मेरे पैर में भी चोट आई है। मैं अपने बेटे के साथ आया, वो मुझसे बिछड़ गया है। पता नहीं कहां गया है। उसके पास तो कुछ भी नहीं है। पैसे तक नहीं है। कुछ आई विटनेस ने भगदड़ के हालात भी बयां किए।
हम लोग भी लाइन में लगे हुए थे और पता लगा कि धक्का मुक्की चल रही है। कुछ देर बाद जब हम लोग नहाकर लौटे तो पता चला कि Dead Body लग रहा है। एक अन्य शख्स ने बताया कि हमने भी देखा बस वहां डेड बॉडी पड़ी हुई थीं। उसके बाद हताश होकर हम वहां से निकल गए।
एक अन्य ने बताया कि मैं इस घटना का चश्मदीद हूं, मैं बताता हूं कि क्या हुआ। जब Public वहां आराम कर रही थी तो पुलिस ने डंडा मारकर उनको जगाया और भगदड़ मच गई। Police Control से बाहर हो गई और काफी लोग दब गए।