No network in village : पलामू समेत पूरे झारखंड में 5G Internet इस्तेमाल किया जा रहा है। इस व्यवस्था से काफी कुछ आसान हो गया है, लेकिन जिले के Hussainbad प्रखंड के सुदूरवर्ती आदिवासी बहुल इलाके महुडंड पंचायत क्षेत्र साधारण Mobile Network से वंचित है। इंटरनेट से कोसों दूर है। यहां के लोगों को नेटवर्क नहीं रहने के कारण पेड़ पर चढ़कर बात करनी पड़ती है।
रिश्तेदारों से संपर्क में परेशानी
महुडंड पंचायत जिला मुख्यालय से 80 और प्रखंड मुख्यालय से 24 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जंगल और पहाड़ों की तलहटी प्राकृतिक की गोद में बसा एक सुंदर क्षेत्र है, लेकिन आज भी रिश्तेदार, मित्र और बाहर रह रहे लोगों से बात करने के लिए पेड़ पर चढ़ना पड़ता है। किसी रिश्तेदार के यहां कोई अप्रिय घटना घट जाए तो बाद में ही पता चलता है।
जनप्रतिनिधियों से कई बार की जा चुकी है मांग
मुखिया Meena Devi और समाजसेवी Shiv Shankar Yadav ने कई बार सांसद-विधायक को मोबाइल टावर लगाने के लिए आवेदन दे चुके हैं, लेकिन अब तक कोई पहल नहीं हो सकी है। मुखिया मीना देवी ने मंगलवार को कहा कि नेटवर्क के न रहने के कारण सरकारी कार्य ठीक से नहीं हो पाता है।
Jio टैग करने में काफी परेशानी होती है। यहां के ग्रामीणों को सभी जनप्रतिनिधियों ने छलने का काम किया है। सरकारी विकास कार्य से कोसों दूर रखा गया है। आदर्श पंचायत की घोषणा अधर में लटकी हुई है।
उन्होंने कहा कि 17 दिसंबर 2017 को तत्कालीन उपायुक्त Amit Kumar के द्वारा विकास की कुछ लकीर खींची गयी थी, लेकिन उनके स्थानान्तरण के कारण पुलिस विकेट की स्थापना के बावजूद कोई भी विकास के मुख्य कार्य नहीं किए गए। आज भी पिकेट के जवानों को अपने परिजनों से बात करने के लिए पेड़ पर चढ़ना पड़ता है।
मुखिया ने मुख्यमंत्री, उपायुक्त पलामू, सांसद और वर्तमान विधायक से मांग की है कि तत्काल महुडंड पंचायत क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क बहाल करने के लिए टावर लगाने की कार्रवाई की जाए।