रांची: राज्य के पारा शिक्षक, बीआरपी सीआरपी और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के शिक्षकों और कर्मियों के लिए गठित कल्याण कोष की पहली आमसभा सोमवार को सीएम हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई।
बैठक में मोर्चा ने पारा शिक्षकों के मृत्यु, सेवानिवृति की स्थिति में न्यूनतम 5 लाख एवं प्रतिवर्ष 10% की वृद्धि, पुत्री की शादी एवं पुत्र पुत्री की शादी हेतु न्यूनतम 3 लाख का लोन, ईपीएफ से जोड़ने, सेवानिवृति के पश्चात पेंशन की मांग रखी।
यह कल्याण कोष पारा शिक्षकों, प्रखंड और संकुल साधन सेवी, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मियों के लिए बना है। सीएम हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में प्रोजेक्ट भवन में यह आम सभा हुई।
हालांकि बैठक से पारा शिक्षकों को कई उम्मीदें थीं, उनका कहना है की इसका अर्थ है कि सरकार का इरादा सही नहीं है। वह पारा शिक्षकों को वेतनमान नहीं देना चाहती।
शब्दों के खेल में उलझा कर वह पारा शिक्षकों को स्थाई भी नहीं करना चाहती। इससे साफ पता चलता है कि हेमंत सोरेन पारा शिक्षकों को स्थाई नहीं करेंगे।
पारा शिक्षकों के नेता कहते है कि उन्हें हेमंत सोरेन सरकार पर भरोसा है। मंत्री सहित कई ने उनलोगों को आश्वासन दिया है कि उनकी नौकरी स्थाई होगी और उनलोगों को वेतनमान मिलेगा।
उन्हें उम्मीद है कि शीघ्र ही इसका हल निकाल लिया जाएगा। मानदेय को लेकर उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार में मानदेय अपडेट रह रहा है इसके लिए उन्होंने हेमंत सरकार को बधाई भी दी है साथ उन्होंने सभी 65 हज़ार पारा शिक्षकों के हक़ में जल्द से जल्द फैसला लेने का आग्रह भी किया है।
अगली बैठक में अंतिम निर्णय लेने का निर्देश
मुख्यमंत्री ने एकीकृत मोर्चा के प्रस्ताव को नोट करते हुए अगली बैठक में अंतिम निर्णय लेने का निर्देश अधिकारियों को दिया हैं। साथ हीं अन्य मुद्दों पर (मांगपत्र संलग्न) समाधान का आग्रह भी मुख्यमंत्री से किया गया।
सीएम ने अन्य मुद्दों पर जल्द ही बैठक बुलाने का आश्वासन दिया है, पारा शिक्षकों से बात करते हुए ये बात खुद सीएम ने पारा शिक्षकों से कही है। वार्ता की जानकारी पारा शिक्षक संघ ने विज्ञप्ति जारी कर दी है।
बैठक में मुख्य सचिव, विकास आयुक्त, शिक्षा सचिव, वित्त सचिव, राज्य परियोजना निदेशक, प्रशासी पदाधिकारी, मोर्चा के बिनोद बिहारी महतो, संजय कुमार दुबे, हृषिकेश पाठक, प्रमोद कुमार, नरोत्तम सिंह मुंडा, दशरथ ठाकुर, मोहन मंडल, प्रद्युम्न कुमार सिंह (सिंटू) आदि शामिल हुए।