Road Accident in Mahakumbh: महाकुंभ में स्नान कर लौट रहे कई परिवारों के सदस्य अपने घर नहीं पहुंच सके, क्योंकि रास्ते में हुए भीषण सड़क हादसों ने उनकी जिंदगी छीन ली। अधिकतर यात्री निजी और किराये के छोटे वाहनों या बसों से प्रयागराज गए थे, लेकिन वापसी के दौरान हुए हादसों में 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई। दुर्घटनाओं में कई परिवार उजड़ गए, जहां माता-पिता, संतान और अन्य परिजनों ने एक साथ अपनी जान गंवा दी।
रास्ते में भारी जाम, नींद पूरी न होने से हुई दुर्घटनाएं
पीड़ित परिवारों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसों की मुख्य वजह वाहन चालकों की तेज रफ्तार, अत्यधिक थकान और नींद पूरी न होना रही। प्रयागराज से लौटते समय रास्ते में भारी जाम लगने के कारण चालक आराम नहीं कर सके। नींद से जूझते हुए कई चालकों को झपकी आ गई, जिससे वाहन अनियंत्रित होकर हादसे का शिकार हो गए।
झारखंड के कई जिलों के परिवारों पर टूटा दुखों का पहाड़
इन दुर्घटनाओं में झारखंड के कई परिवारों ने अपने प्रियजनों को खो दिया। रांची, हजारीबाग, पलामू और लातेहार समेत राज्य के कई जिलों में सड़क हादसों में लोगों की मौत हुई है। इन हादसों ने न केवल परिवारों को शोक में डुबो दिया है बल्कि प्रशासन के लिए भी चिंता का विषय खड़ा कर दिया है कि लंबी यात्राओं के दौरान यात्री सुरक्षा के लिए क्या उपाय किए जाएं।