Jharkhand International Film Festival : मोरहाबादी मैदान में चल रहे छठे झारखंड अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल (जिफ्फा) को रविवार को प्रशासन ने रोक दिया। प्रशासन का कहना था कि आयोजन के लिए अनुमति नहीं ली गई थी।
आयोजक ने आवेदन जरूर दिया था, लेकिन अनुमति नहीं मिली थी। इसके अलावा मोरहाबादी मैदान में आयोजन के लिए निर्धारित फीस भी जमा नहीं की गई थी, जिससे इसे बिना अनुमति का आयोजन मानते हुए रोका गया।
आयोजकों ने बताया कि नवभारत निर्माण संघ पिछले पांच सालों से यह आयोजन झारखंड में कर रहा था, और इस बार यह झारक्राफ्ट के बैनर तले आयोजित किया जा रहा था। पहले दिन के सफल आयोजन के बाद, जब दूसरे दिन कलाकारों को सम्मानित किया जाना था, तब आयोजन को रोक दिया गया।
ऋषि प्रकाश मिश्रा ने कहा कि अधिकारियों से बात की गई, लेकिन कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया गया। उन्होंने बताया कि आयोजन पर 40 लाख रुपये से ज्यादा खर्च किए गए थे, जिसमें झारक्राफ्ट के प्रचार-प्रसार का खर्च भी शामिल था।
बॉलीवुड और अंतरराष्ट्रीय कलाकार रांची पहुंचे थे, जिसमें उषा मंगेशकर, राकेश रोशन, विवेक ओबेरॉय, उत्कर्ष शर्मा जैसी बड़ी हस्तियां शामिल थीं।
आयोजन के रुकने से दर्शक और झारखंडी कलाकार निराश होकर लौट गए। जब वे आयोजन स्थल पर पहुंचे, तो टेंट को खोला जा रहा था। फिल्म फेस्टिवल के रद्द होने से बाहर से आए कलाकारों में नाराजगी देखी गई।
कई कलाकारों ने बताया कि आयोजन रद्द होने के कारण वे भटकते रहे। ओडिशा से आए डॉक्यूमेंट्री डायरेक्टर आशुतोष पटनायक ने पुरस्कार समारोह के लिए बुलाए जाने के बावजूद नाराजगी जताई।
हरियाणा की फीचर फिल्म “ताली एक गूंज” के डायरेक्टर डॉ. सुनील कोली, जो रोहतक से पहुंचे थे, भी इस स्थिति से नाराज थे।