नई दिल्ली : देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस के मामले एक बार फिर बढ़ने के बाद केंद्र सरकार टेंशन में है।
गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को स्थिति की समीक्षा की और स्वास्थ्य मंत्रालय से टीकाकरण अभियान में तेजी लाने को कहा ताकि कोरोना को एक फिर फैलने से रोका जा सके।
सरकार अब 50 साल से ज्यादा उम्र वालों को कोरोना टीका लगाने की योजना बना रही है।
ऐसे में कम समय में 27 करोड़ लोगों को टीका दिए जाने का लक्ष्य पूरा करने के लिए सरकार अभियान में प्राइवेट सेक्टर को मंजूरी देने की तैयारी कर रही है।
अगले चरण में उन लोगों को भी टीका दिया जाएगा जिनकी उम्र 50 साल से कम है लेकिन जिन्हें गंभीर बीमारियां हैं और कोरोना से जिनको मौत का जोखिम ज्यादा है।
नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वी.के. पॉल ने कहा कि टीकाकरण अभियान के अगले चरण की तैयारियां जोरों पर हैं और इसमें प्राइवेट सेक्टर की हिस्सेदारी बड़े स्तर पर होगी।
उन्होंने कहा, ‘अभी भी हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स के टीकाकरण में प्राइवेट सेक्टर मुख्य रूप से शामिल है। एक दिन में दी जाने वाली 10 हजार वैक्सीन में से 2 हजार प्राइवेट सेक्टर की देखरेख में दी जा रही है।
चूंकि हम टीकाकरण अभियान में और तेजी लाना चाहते हैं, इसलिए प्राइवेट सेक्टर की हिस्सेदारी और ज्यादा होगी। बता दें कि सरकार का एक दिन में 50 हजार टीके लगाने का लक्ष्य है।
अभी तक पंजीकरण करवाने वाले 67 प्रतिशत हेल्थ वर्करों और 40 प्रतिशत फ्रंटलाइन वर्करों को कोरोना टीके की पहली डोज दी जा चुकी है।
एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि अभी तक 11.5 लाख हेल्थ वर्करों कोरोना टीके की दूसरी खुराक दी जा चुकी है, जिसमें से 40-50 प्रतिशत खुराकें निजी अस्पतालों में दी गई है।
कोरोना वैक्सीन की 1.14 करोड़ खुराकें दी जुकी हैं।
देश के तीन राज्य और एक केंद्रीय प्रशासित क्षेत्र यानी गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान और लक्ष्द्वीप में पंजीकृत हेल्थ और फ्रंटलाइन वर्करों में से 75 प्रतिशत को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है।
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से टीकाकरण अभियान में तेजी लाने को कहा है।
सरकार की नजर महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों पर भी है।