Dumka Crime News: अंधविश्वास से छुटकारा दिलाने के लिए सरकार लोगों को जागरूक करने को लेकर कई योजनाएं चला करोड़ों खर्च कर रही है।
वहीं वर्तमान समय में भी लोग अब भी अंधविश्वास में पड़े है।
प्रशासन आए दिन हाट-बाजारों में डायन बिसाही समेत अन्य अंधविश्वास के प्रति लोगों को जागरूक करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे है।
वहीं लोगों में जागरूकता कार्यक्रम का कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।
आए दिन लोग जमीन पर कब्जा करने के लिए भी ऐसे कुकृत को अंजाम दे रहे है।
ऐसा ही एक मामला जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पकड़ियाडीह गांव से सामने आया है।
आठ लोगों पर लगा मारपीट का आरोप
गांव में डायन बिसाही के आरोप में महिलाओं एवं उसके परिजनों से जमकर मारपीट की गई। मारपीट का आरोप दीनू मड़ैया और उसके चार बेटे समेत कुल आठ लोगों पर लगा है।
जिसमें तीन महिलाएं भी शामिल है।
आरोप है की दीनू मड़ैया अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ नरेश राणा के घर पर पहुंच नरेश की मां को डायन बिसाही के आरोप में गाली गलौज करने लगा।
बिजली के खंभे से बांध कर की बेरहमी से पिटाई
बेटे और पति ने जब इसका विरोध किया तो बेटे को पकड़कर बिजली के खंभे से बांध कर उसकी बेरहमी से पिटाई करने लगे।
बचाने आए पिता पर भी जानलेवा हमला किया गया।
किसी तरह इसकी सूचना मुफस्सिल थाना को दी गई।
सूचना मिलने पर मुफस्सिल थाना की पुलिस मौके पर पहुंच घायल पिता पुत्र को इलाज के लिए फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल, दुमका में भर्ती कराया।
जहां इलाज के दौरान नरेश राणा की मौत हो गई। जबकि उसके पिता इलाजरत है।
डायन बिसाही के आरोप में पहले भी हुई मारपीट
जानकारी के अनुसार पीड़ित पक्ष को डायन बिसाही के आरोप में पहले भी मारपीट की गई थी।
पीड़ित की ओर से इसकी शिकायत थाना में की गई थी।
थाना की ओर से दोनों पक्षों को बुलाकर समझौता कराया गया था।
इसके बाबजूद दीनू मड़ैया की ओर से अक्सर डायन बिसाही के आरोप में गाली गलौज और जान से मारने की धमकी दी जा रही थी।
इसी का परिणाम है कि घटना में बेटे की मौत हो गई, तो पिता गंभीर रूप से घायल हो गया।
मामले में पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए आरोपितों की गिरफ्तारी में जुट गई है।
आरोपित घर से फरार हो गये है।
पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।