Rape Case Declared Fake: फर्जी रेप केस का सच आखिर सामने आ ही गया! सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय सेना के 64 वर्षीय पूर्व अधिकारी कैप्टन राकेश वालिया को बड़ी राहत देते हुए उनके खिलाफ दर्ज रेप केस को फर्जी करार दिया।
कोर्ट ने कहा कि महिला ने एक या दो नहीं, बल्कि पूरे 9 लोगों पर झूठे केस दर्ज कराए हैं और ये पूरी तरह से कानून की प्रक्रिया का दुरुपयोग है।
10 साल में 9 फर्जी केस!
शिकायतकर्ता महिला ने 2014 से लेकर अब तक अलग-अलग थानों में 8 फर्जी मुकदमे दर्ज कराए।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह कोई सामान्य मामला नहीं है।
महिला ने बलात्कार, छेड़छाड़, शील भंग करने का प्रयास और आपराधिक धमकी जैसे गंभीर आरोपों के तहत केस दर्ज कराए।
न जांच में सहयोग, न कोर्ट में पेशी!
जस्टिस सुधांशु धूलिया और जस्टिस के. विनोद चंद्रन की पीठ ने साफ कहा कि –
“सबसे गंभीर बात यह है कि महिला ने केस दर्ज कराने के बाद न जांच में सहयोग किया और न ही नोटिस के बावजूद कोर्ट में पेश हुई।”
फर्जी मुकदमों की लंबी लिस्ट
कोर्ट के सामने ये भी खुलासा हुआ कि महिला ने जिन-जिन लोगों के खिलाफ मामले दर्ज कराए, उनमें से कई मामलों में जांच के दौरान कोई ठोस सबूत नहीं मिला।
सुप्रीम कोर्ट का बड़ा बयान
कोर्ट ने सख्त लहजे में कहा -“यह मामला कानून की प्रक्रिया का दुरुपयोग है।
ऐसे मामलों से असली पीड़िताओं को नुकसान पहुंचता है और न्याय व्यवस्था पर सवाल उठते हैं।”