Maiya Samman Yojana: झारखंड सरकार की मंईयां सम्मान योजना में बड़ा खुलासा हुआ है।
पलामू जिले की करीब 88 हजार महिलाएं अब इस योजना के लाभ से वंचित हो गई हैं। इन लाभुकों को जनवरी, फरवरी और मार्च के 7500 रुपये नहीं मिलेंगे।
यह फैसला पीएफएमएस (PFMS) सत्यापन के दौरान मिली गड़बड़ियों के आधार पर लिया गया है।
क्यों हुए लाभुक बाहर?
जिले में दिसंबर 2024 तक 3,72,937 महिलाएं इस योजना का लाभ ले रही थीं।
लेकिन PFMS सत्यापन के बाद इनकी संख्या घटकर 2,85,161 रह गई। जांच में पाया गया कि 88 हजार लाभुकों का डाटा डुप्लीकेट है, जबकि 1155 महिलाओं की उम्र 51 वर्ष से अधिक है, जो योजना की पात्रता शर्तों के खिलाफ है।
जांच में पकड़ी गई गड़बड़ियां
-डुप्लीकेट डाटा में एक ही नाम से दो अलग-अलग बैंक खातों में पैसा भेजा जा रहा था।
-कुछ महिलाएं आयु सीमा पार करने के बाद भी योजना का लाभ ले रही थीं।
-भौतिक सत्यापन में कई लाभुक योग्य नहीं पाए गए।
होली से पहले आएगा पैसा
सरकार मार्च महीने में होली से पहले जनवरी, फरवरी और मार्च के 7500 रुपये की राशि लाभुकों के खातों में ट्रांसफर करेगी।
हालांकि, जिन महिलाओं के नाम सूची से हटाए गए हैं, उन्हें अब इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
मंईयां सम्मान योजना क्या है?
हेमंत सोरेन सरकार की इस योजना के तहत 18 से 50 साल की महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है।
इसका उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।