झारखंड विधानसभा में पुल घोटाले पर हंगामा, ठेकेदार पर कार्रवाई की मांग
2021 में जांच कमेटी बनी, लेकिन अब तक रिपोर्ट पेश नहीं की गई। विधायक ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने ठेकेदार को संरक्षण दिया, इसलिए अब तक उसे ब्लैकलिस्ट नहीं किया गया

Jharkhand Assembly: झारखंड विधानसभा (Jharkhand Assembly) में सिल्ली में बन रहे पुलों की खराब गुणवत्ता का मुद्दा जोर-शोर से उठा।
विधायक Amit Mahato ने कहा कि ठेकेदार मेसर्स AN पांडेय को तीन पुल बनाने का ठेका मिला था, जिनमें से दो धंस चुके हैं। इस पर विधायक मनोज यादव ने तंज कसते हुए पूछा – “तीसरा पुल कब धंसेगा?”
जांच कमेटी बनी, लेकिन रिपोर्ट अब तक नहीं
2021 में जांच कमेटी बनी, लेकिन अब तक रिपोर्ट पेश नहीं की गई। विधायक ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने ठेकेदार को संरक्षण दिया, इसलिए अब तक उसे ब्लैकलिस्ट नहीं किया गया। अमित महतो ने कहा कि अधिकारी मंत्री को गुमराह कर रहे हैं।
सरकार का जवाब: ठेकेदार को डिबार कर दिया गया
ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह (Deepika Pandey Singh) ने सफाई दी कि सरकार किसी को बचाने की कोशिश नहीं कर रही।
मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दे दिए हैं, और ठेकेदार को डिबार कर दिया गया है। जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
जलापूर्ति मुद्दे पर भी चर्चा
कानहाचट्टी प्रखंड मुख्यालय में जलापूर्ति न होने पर विधायक जनार्दन पासवान (Janardan Paswan) ने सवाल उठाया। प्रभारी मंत्री योगेंद्र प्रताप ने बताया कि वन विभाग से एनओसी मिलते ही जलापूर्ति शुरू हो जाएगी।