Jharkhand Assembly: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में शनिवार को राजधानी में पाइपलाइन बिछाने को लेकर भाजपा विधायक सीपी सिंह (CP Singh) ने सरकार पर तीखा हमला बोला।
उन्होंने कहा कि एलएनटी नागार्जुन और अन्य एजेंसियों ने पाइपलाइन बिछाने के नाम पर रांची की अच्छी-खासी सड़कों और नालियों को तोड़ दिया, लेकिन मरम्मत तक नहीं कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि कई इलाकों में पांच साल पहले पाइपलाइन बिछाई गई थी, लेकिन आज तक पानी नहीं पहुंचा।
मंत्री ने दिया जवाब, कहा-‘एनएचएआई की मंजूरी नहीं मिल रही’
इस पर मंत्री सुदिव्य सोनू (Sudivya Sonu) ने सफाई देते हुए कहा कि योजनाओं को जमीन पर उतारने में कई दिक्कतें आती हैं। उन्होंने उदाहरण दिया कि हरमू जलमीनार को लेकर भी आपत्ति हुई, जिससे प्रोजेक्ट में देरी हो रही है। मंत्री ने आगे कहा कि NHAI से पाइपलाइन क्रॉसिंग की NOC (अनापत्ति प्रमाण पत्र) लेना जटिल प्रक्रिया है, क्योंकि यह भारत सरकार के अधीन आता है।
‘मैं पचने नहीं दूंगा’-विधायक सीपी सिंह का पलटवार
मंत्री के जवाब से असंतुष्ट CP सिंह ने तंज कसते हुए कहा, “मैंने जो पूछा, उसे पचा गए। लेकिन मैं पचने नहीं दूंगा।” उन्होंने आरोप लगाया कि जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में एनएचएआई से इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
‘जुडको ने शहर को बर्बाद कर दिया’
CP सिंह ने झारखंड अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कंपनी (जुडको) पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “जुडको की वजह से शहर की सड़कों की हालत दयनीय हो गई है। यह एक अपंग संस्था बन गई है।” उन्होंने आरोप लगाया कि सड़कों और नालियों को बिना सोचे-समझे तोड़ा गया, लेकिन उनकी मरम्मत नहीं कराई गई।
उन्होंने आगे कहा, “कालीकरण की सड़कों पर PCC कर दिया गया है। ऐसा लगता है जैसे भारत-पाकिस्तान का बंटवारा हो गया हो।” उन्होंने सरकार से यह भी सवाल किया कि “NHAI की पाइपलाइन से जुड़े मुहल्लों और बाइलेन का काम कब पूरा होगा?”
मंत्री का जवाब -जुडको कभी आपका भी था
मंत्री सुदिव्य सोनू ने जवाब देते हुए कहा कि “10 किलोमीटर के इलाके में राइडिंग पाइप बिछाने के लिए NHAI से NOC नहीं मिली है, जिसके कारण काम लंबित पड़ा है।” उन्होंने यह भी कहा कि “जुडको कभी मेरा नहीं था, यह कभी आपका भी था। आपके शासनकाल में भी यह संस्था इसी रफ्तार से चलती थी।”
फर्जी कागजात के आधार पर जमीन का हो रहा बंदरबांटः उमाकांत
विधायक उमाकांत रजक ने चास के तेतुलिया में जमीन का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि 21.41 एकड़ झाड़ जगंल की जमीन पर 31 साल बाद दावा किया गया है।
फर्जी कागज के आधार पर बंदरबांट हो रहा है। इसने दावा किया उस समय उसकी उम्र नौ साल थी। जिला प्रशासन ने सूट दायर नहीं किया। बोकारो डीसी ने इस जमीन को प्रतिबंधित सूची से हटा दिया।
इस पर मंत्री दीपक बिरुवा (Dipak Biruwa) ने कहा कि वन विभाग सूट के लिए कोर्ट गया है। विस्तृत जांच के लिए कमेटी बनी थी। कोई ऐसा आरोप नहीं पाया गया।
इसलिए कार्रवाई नहीं हुई। सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट का निर्णय सरकार के विरुद्ध आया है। CO निर्मल टोप्पो को बर्खास्त किया गया है। इस पर तीन महीने के अंदर समीक्षा कर, जो उपाए करना होगा वो करेंगे