दिल्ली पुलिस की टीम ने जस्टिस यशवंत वर्मा के घर के स्टोर रूम को किया सील

घटना उस समय सामने आई थी, जब जस्टिस वर्मा के घर के एक हिस्से में आग लग गई थी। फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और पाया कि वहां भारी मात्रा में नकदी थी, जिसमें कुछ जल चुकी थी

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Justice Yashwant Verma: दिल्ली हाई कोर्ट (Delhi High Court) के जस्टिस यशवंत वर्मा के घर कैश बरामदगी मामले में 12 दिन बाद पुलिस की जांच तेज हो गई है।

बुधवार को दिल्ली पुलिस की एक टीम उनके आवास पर पहुंची और उस स्टोर रूम (Store Room) को सील कर दिया, जहां से नोटों से भरे बोरे मिले थे। बताया जा रहा है कि इनमें से कुछ नोट जले हुए थे।

कैसे हुआ मामला उजागर

घटना उस समय सामने आई थी, जब जस्टिस वर्मा के घर के एक हिस्से में आग लग गई थी। फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और पाया कि वहां भारी मात्रा में नकदी थी, जिसमें कुछ जल चुकी थी। इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने मामले की जांच शुरू की थी, लेकिन कार्रवाई में 12 दिन की देरी हुई।

सीसीटीवी फुटेज से मिलेगी अहम जानकारी

बुधवार को पुलिस ने घटनास्थल की CCTV फुटेज भी जब्त कर ली। जस्टिस वर्मा का कहना है कि स्टोर रूम उनके घर के मुख्य परिसर का हिस्सा नहीं है और बाहर स्थित है, इसलिए इससे उनका कोई संबंध नहीं है।

पुलिस इस दावे की सत्यता की जांच कर रही है और सीसीटीवी फुटेज इसमें अहम भूमिका निभा सकती है। हालांकि, अब तक की जांच में किसी संदिग्ध व्यक्ति की अवैध एंट्री रिकॉर्ड नहीं हुई है।

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जांच में सामने आई चुनौतियां

सूत्रों के अनुसार, स्टोर रूम के बाहर लगे कैमरे मुख्य गेट को कवर नहीं करते, जिससे यह पता नहीं चल पा रहा है कि वहां कौन आया और गया। सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित जांच आयोग ने भी इस मामले में पुलिस से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। पुलिस ने अब तक 40 पन्नों की रिपोर्ट तैयार कर ली है।

वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे

बुधवार को जांच का नेतृत्व करने के लिए दिल्ली पुलिस के DCP देवेश महला और एसीपी वीरेंद्र जैन (ACP Virendra Jain) मौके पर पहुंचे। उनके साथ एक कैमरा टीम भी थी, जिसने पूरे घटनास्थल की वीडियोग्राफी की। मामले की जांच के लिए Additional CP स्तर के दो अधिकारियों को विशेष रूप से जिम्मेदारी सौंपी गई है।

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