मेदिनीनगर :सुदृढ़ विधि व्यवस्था से विकास को गति मिलती है। स्थानीय जनसहयोग से अभियान के तौर पर विकास योजनाओं को लिया जाना चाहिए, ताकि तरक्की में सबों की सहभागिता रहे।
शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि एवं अन्य प्राथमिक क्षेत्र, उद्यम विकास, स्वालंबन के कार्यो एवं अन्य कल्याणकारी कार्यक्रमों में आमलोगों की सहभागिता से अच्छे परिणाम निश्चित रूप से आयेंगे।
पलामू प्रमंडल के जिलों में स्थानीय जरूरतों के मुताबिक, प्राथमिकताओं को तय करते हुए छोटे-छोटे कलस्टरों में अलग-अलग विकास के मॉडल विकसित किए जायें।
मिशन मोड में इस काम को करने से अवश्य ही अच्छे परिणाम आएंगे, खासकर युवाओं में आत्मविश्वास जगेगा। यही आत्मविश्वास विकास को नया आयाम देगा।
पलामू के आयुक्त जटाशंकर चौधरी ने आरक्षी उप महानिरीक्षक पलामू रेंज राजकुमार लकड़ा के साथ प्रमंडल के सभी जिलों के उपायुक्त, आरक्षी अधीक्षक, उप विकास आयुक्त एवं अन्य वरीय अधिकारियों के बुधवार को प्रमंडल स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपरोक्त बातें कही।
उन्होंने कृषि कार्य को बढ़ावा देने पर बल देते हुए मल्टी लेयर फॉर्मिंग कराने, मनरेगा के तहत विभिन्न इंडिकेटर्स को फोकस कर कार्यो में गति देने की बातें कही।
उन्होंने कहा कि सिंचाई को ध्यान में रखते हुए मनरेगा योजना में टीसीबी, मेढ़बंदी, डोभा आदि योजना लेने से किसानों को फायदा होगा।
उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से विघार्थियों को फायदा होगा। एकलव्य विघालयों एवं आश्रम विघालयों को क्रियाशील करने की बातें कही।
आयुक्त ने कोविड-19 की एहतियायत बरतने के लिए गाईडलाइन का अनुपालन कराने एवं कोविड-19 के एक्टिव केसो को शून्य रखने के लिए जांच का दायरा बढ़ाने एवं वैक्सिनेशन की प्रगति करने की बातें कही।
बैठक में पलामू उपायुक्त शशि रंजन, आरक्षी अधीक्षक संजीव कुमार, गढ़वा उपायुक्त राजेश कुमार पाठक, गढ़वा आरक्षी अधीक्षक श्रीकांत एस खोत्रे, लातेहार के आरक्षी अधीक्षक प्रशांत आनंद सहित अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।