Bokaro Steel Plant violence: बोकारो स्टील प्लांट में अप्रेंटिस संघ के प्रदर्शन के दौरान हुई मौत ने पूरे जिले में हलचल मचा दी है। हिंसक घटनाओं के बाद मृतक के पिता ने छह शीर्ष अधिकारियों को नामजद करते हुए हत्या की एफआईआर दर्ज कराई है। अब इन अधिकारियों की गिरफ्तारी को लेकर भारी दबाव बनता जा रहा है।
शांतिपूर्ण आंदोलन के बीच अचानक बेकाबू हुई स्थिति
3 अप्रैल को बोकारो स्टील प्लांट के प्रशासनिक भवन के बाहर विस्थापित अप्रेंटिस संघ द्वारा किया जा रहा शांतिपूर्ण प्रदर्शन अचानक हिंसक हो गया। इसी दौरान प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच भिड़ंत हुई। इसी दौरान प्रेम महतो नामक अप्रेंटिस की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने आगजनी और तोड़फोड़ शुरू कर दी।
बीएसएल और सीआईएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी हत्या के आरोप में घिरे
प्रेम महतो के पिता बीरू महतो ने बीएस सिटी थाना में दर्ज एफआईआर में कहा है कि बीएसएल डायरेक्टर इंचार्ज बीके तिवारी, ईडी (पीएंडए) राजश्री बनर्जी, सीजीएम हरिमोहन झा, आईआर प्रभारी प्रभाकर कुमार, सीआईएसएफ डीआईजी दिग्विजय सिंह और इनचार्ज चावला ने योजना के तहत उनके बेटे को पीट-पीट कर मारने का निर्देश दिया।
‘साजिश के तहत हुई हत्या’ – पिता का आरोप
एफआईआर में दावा किया गया कि आंदोलन की पूर्व सूचना प्रबंधन को पहले ही दे दी गई थी, इसके बावजूद अधिकारियों ने सीआईएसएफ जवानों को लाठीचार्ज का आदेश दिया। इसी दौरान प्रेम महतो को चारों तरफ से घेरकर बर्बरता से पीटा गया, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। दर्जनों अन्य कार्यकर्ता भी घायल हुए हैं।
जांच के नाम पर देरी, जनता में उबाल
मामले की गंभीरता को देखते हुए बोकारो की डीसी विजया जाधव ने तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। एसडीओ चास प्रांजल ढाडा के नेतृत्व वाली इस टीम में सिटी डीएसपी आलोक रंजन और कार्यपालक दंडाधिकारी जया कुमारी को शामिल किया गया है। टीम वीडियो फुटेज व अन्य साक्ष्य जुटा रही है। हालांकि गिरफ्तारी की प्रक्रिया में अब तक कोई प्रगति नहीं हुई है, जिससे जनता और मृतक के परिजनों में भारी असंतोष है।