National Assessment and Accreditation Council: नेशनल असेसमेंट एंड एक्रिडिएशन काउंसिल (NAAC), बेंगलुरु ने रांची विश्वविद्यालय को B ++ ग्रेड (2.81 CGPA) ही दिया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने नैक के इस निर्णय के खिलाफ IQAC के माध्यम से अपील की थी, लेकिन 243वीं स्टैंडिंग कमेटी ने अपील को खारिज कर ग्रेडिंग में कोई बदलाव नहीं किया।
जनवरी में रिजल्ट स्थगित, दिसंबर 2024 में हुआ था निरीक्षण
नैक ने पहले विश्वविद्यालय को बी प्लस प्लस ग्रेड दिया था, जिसके बाद अपील पर 230वीं स्टैंडिंग कमेटी ने जनवरी में रिजल्ट स्थगित कर दिया था। विश्वविद्यालय का निरीक्षण 5 से 7 दिसंबर 2024 तक चला था, जिसमें एक सदस्य प्रो अनिल कुमार महापात्रा को लेकर विवाद भी सामने आया था। नैक ने उनसे स्थिति स्पष्ट करने को कहा था।
बेहतर ग्रेड की उम्मीद, लेकिन नहीं मिला ए ग्रेड
कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा और उनकी टीम ने बेहतर ग्रेडिंग के लिए विश्वविद्यालय में कई बदलाव किए थे। उम्मीद थी कि विश्वविद्यालय को कम से कम ए ग्रेड मिलेगा, लेकिन नैक ने ग्रेड में कोई सुधार नहीं किया। इससे पहले 2017 में कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय के कार्यकाल में भी विश्वविद्यालय को बी प्लस प्लस ग्रेड (2.80 CGPA) मिला था।
विवादों के बीच नैक का फैसला
निरीक्षण के दौरान प्रो अनिल कुमार महापात्रा को लेकर उठे विवाद ने भी चर्चा बटोरी। नैक ने इस मामले में स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा था, लेकिन अंततः ग्रेडिंग पर इसका कोई असर नहीं पड़ा और विश्वविद्यालय को B ++ ग्रेड पर ही संतोष करना पड़ा।