Jairam Mahato filed an FIR against Bokaro MLA Shweta Singh: झारखंड की राजनीति में उस समय उबाल आ गया जब डुमरी से विधायक जयराम महतो ने बोकारो विधायक श्वेता सिंह और उनके समर्थकों के खिलाफ FIR दर्ज कराई।
मामला तब शुरू हुआ जब विस्थापित युवक की मौत के बाद जयराम महतो बोकारो पहुंचे और वहां कथित रूप से उनके काफिले पर हमला किया गया।
विधायक श्वेता सिंह पर लगे हमले और धमकी के आरोप
जयराम महतो का आरोप है कि 3 अप्रैल को बीजीएच में मृतक युवक प्रेम प्रसाद के परिजनों से मिलने के बाद वे प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे। उसी दौरान विधायक श्वेता सिंह अपने समर्थकों के साथ वहां पहले से मौजूद थीं।
जयराम के अनुसार, वहां पहुंचते ही उन्हें घेर लिया गया और धमकाते हुए कहा गया कि यह उनका क्षेत्र नहीं है और उन्हें यहां नहीं आना चाहिए था। साथ ही उनकी गाड़ी पर हमला कर उसकी नेमप्लेट और नंबर प्लेट तोड़ दी गई।
FIR में दर्ज हुईं गंभीर धाराएं
बोकारो थाने में 7 अप्रैल को जयराम महतो ने एफआईआर दर्ज करने के लिए आवेदन दिया था। पुलिस ने आईपीसी की धाराएं 131, 191, 190, 126(2), 115(2), और 324(2) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। यह धाराएं सार्वजनिक प्रतिनिधि के कार्य में बाधा, जान से मारने की धमकी, और हमला जैसी गंभीर घटनाओं से जुड़ी हैं।
राजनीतिक टकराव ने लिया नया मोड़
यह घटना न सिर्फ दो विधायकों के बीच विवाद बन गई है, बल्कि पूरे राज्य की राजनीति में हलचल मचा रही है।
जयराम महतो का कहना है कि वह विधायक होने से पहले पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और झारखंड में किसी की ताकत नहीं है जो उन्हें कहीं आने-जाने से रोक सके। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मामले को तत्काल आगे न बढ़ाने की वजह यह थी कि उस वक्त उनका ध्यान विस्थापित युवक की मौत और घायलों की स्थिति पर केंद्रित था।
विस्थापित आंदोलन की पृष्ठभूमि में हुआ विवाद
यह पूरा विवाद उस समय खड़ा हुआ जब बोकारो में विस्थापित युवाओं द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा था। पुलिस लाठीचार्ज में एक युवक की मौत हो गई थी, जिसके बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल बन गया। इसी मुद्दे पर दोनों नेताओं की मौजूदगी में यह टकराव हुआ, जिसने अब कानूनी और राजनीतिक रूप ले लिया है।