Iron bench in school became the cause of the accident: कोडरमा जिले में बुधवार को एक निजी स्कूल में वज्रपात की घटना ने सबको हिलाकर रख दिया। मरकच्चो प्रखंड की पपलो पंचायत के विधनिया मौजा में संचालित संत मौर्य स्कूल में आसमानी बिजली गिरने से 8-10 छात्र-छात्राएं घायल हो गए। सभी घायलों को तुरंत मरकच्चो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, घटना दोपहर के समय हुई, जब बारिश के साथ अचानक बिजली गिरी। स्कूल में बच्चों के बैठने के लिए लगी सभी बेंच लोहे की थीं। पढ़ाई के दौरान बच्चे इन्हीं बेंचों पर बैठे थे, और वज्रपात की चपेट में आने का कारण ये लोहे की बेंच बनीं। हादसे के बाद स्कूल में अफरा-तफरी मच गई। स्कूल प्रशासन ने तुरंत बच्चों को स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उनका इलाज शुरू किया।
वज्रपात से घायल हुए बच्चों में कक्षा 6 की 10 साल की रोशनी कुमारी, पहली कक्षा की छह साल की रिया कुमारी, छठवीं कक्षा की 11 साल की अनिशा कुमारी, 10वीं कक्षा की 15 साल की सुजाता कुमारी और 15 साल की अंजुम खातून, छठवीं कक्षा की 10 साल की प्रिया कुमारी, नर्सरी की आठ साल की संजना कुमारी और यूकेजी का छह साल का रितेश यादव शामिल हैं। सभी का इलाज मरकच्चो स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है।
हादसे के बाद स्कूल और स्थानीय प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की। घायल बच्चों को प्राथमिक उपचार के बाद उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। यह घटना स्कूलों में सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े करती है, खासकर बारिश के मौसम में लोहे की संरचनाओं के इस्तेमाल को लेकर।