India-US air travel becomes cheaper: भारत से अमेरिका जाने वाली हवाई यात्रा अब पहले से कहीं अधिक किफायती हो गई है। कई वर्षों बाद पहली बार हवाई किराए में उल्लेखनीय कमी देखी गई है, खासकर मुंबई से अमेरिका की उड़ानों में। विशेषज्ञ इसे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों और बढ़ी हुई उड़ानों का परिणाम मान रहे हैं।
भारतीय मूल के लोग अमेरिका में दूसरी सबसे बड़ी आप्रवासी आबादी हैं। हर साल लाखों भारतीय अपने परिवार से मिलने, पढ़ाई या पर्यटन के लिए अमेरिका जाते हैं, जिसके कारण अमेरिका की उड़ानों की मांग साल भर बनी रहती है। पहले, सीमित उड़ानों और उच्च मांग के कारण किराए बहुत अधिक थे। लेकिन इस गर्मी में स्थिति बदली है।
थॉमस कुक (इंडिया) और SOTC ट्रैवल के अध्यक्ष इंदिवर रस्तोगी ने बताया कि गर्मी का मौसम भारतीय परिवारों के लिए छुट्टियों का पीक सीजन होता है। इस दौरान स्कूल बंद रहते हैं, और परिवार अमेरिका जैसे लंबी दूरी के गंतव्यों की यात्रा करते हैं। उन्होंने कहा, “अप्रैल-जून 2025 में दिल्ली और मुंबई से अमेरिका के प्रमुख शहरों के लिए हवाई किराए में 5-8% की कमी देखी जा रही है।”
उदाहरण के तौर पर, जनवरी-फरवरी 2025 की बुकिंग के आधार पर सैन फ्रांसिस्को, न्यूयॉर्क और लॉस एंजिल्स के लिए औसत रिटर्न किराया 1.15 लाख रुपये है, जो पिछले साल 1.20-1.25 लाख रुपये था। इसी तरह, बोस्टन, ऑरलैंडो और मिशिगन के लिए किराया 1.35 लाख रुपये है, जो 2024 में 1.40-1.45 लाख रुपये था। मिडिल ईस्टर्न एयरपोर्ट्स के माध्यम से सुविधाजनक ट्रांजिट वाली फ्लाइट्स का रिटर्न किराया अब लगभग 1 लाख रुपये तक आ गया है।
एक एयरलाइन अधिकारी ने बताया कि कोविड के बाद मार्च 2022 में भारत ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिर से शुरू की थीं, लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण रूसी हवाई क्षेत्र से बचने के लिए लंबे रास्ते अपनाने पड़े। इससे कई अमेरिकी एयरलाइंस ने मुंबई और दिल्ली से अपनी उड़ानें बंद कर दी थीं। हालांकि, हाल के वर्षों में कुछ उड़ानें फिर से शुरू हुई हैं, लेकिन सीधी उड़ानों की संख्या अभी भी सीमित है।
किराए में कमी के पीछे कई कारण हैं। अमेरिका ने वीजा नियमों को सरल बनाया है, जिससे वैध वीजा वाले यात्रियों को यात्रा करना आसान हुआ है। साथ ही, एयरलाइंस ने भारत-अमेरिका रूट पर अपनी उड़ानों की संख्या बढ़ाई है, जिससे यात्रियों को अधिक विकल्प मिल रहे हैं और प्रतिस्पर्धा के कारण किराए कम हुए हैं।
यह बदलाव उन भारतीय परिवारों, छात्रों और पर्यटकों के लिए राहत की खबर है, जो अमेरिका यात्रा की योजना बना रहे हैं। सस्ते किराए से अब अमेरिका जाना पहले से कहीं अधिक सुगम और किफायती हो गया है।