Terrorist Attack in Pahalgam: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है और घुसपैठ की आशंका को देखते हुए घेरेबंदी व निगरानी तेज कर दी है। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा की शाखा द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी, जिसे भारत ने पाकिस्तान समर्थित बताया।
भारत के आक्रामक कदमों से पाकिस्तान में घबराहट साफ दिख रही है, और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आपातकालीन प्रतिबंध लागू किए गए हैं। साथ ही, भारत के साथ व्यापार निलंबन के बाद पाकिस्तान दवा आपूर्ति के लिए इमरजेंसी उपाय कर रहा है।
PoK में आपातकाल
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के झेलम वैली के स्वास्थ्य निदेशालय ने 25 अप्रैल 2025 को एक आदेश जारी कर ‘आपात स्थिति’ का हवाला देते हुए सभी स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टियां और तबादले रद्द कर दिए। आदेश में कहा गया कि सभी डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, और एंबुलेंस चालकों को अपने ड्यूटी स्टेशन पर हर समय तैयार रहना होगा।
सरकारी वाहनों के निजी उपयोग पर भी रोक लगा दी गई है। आदेश में चेतावनी दी गई कि लापरवाही करने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।
भारतीय खुफिया एजेंसियों ने इस आदेश को गंभीरता से लिया है और आशंका जताई है कि LoC के पास, खासकर पहलगाम के सामने वाले क्षेत्रों में, आतंकी गतिविधियां या सैन्य हलचल बढ़ सकती है। सूत्रों के अनुसार, PoK प्रशासन का यह कदम भारत के संभावित सैन्य ऑपरेशन के डर को दर्शाता है।
LoC पर भारतीय सेना की सख्ती
भारतीय सेना ने LoC पर विशेष सतर्कता बरती है, खासकर झेलम वैली, पुंछ, राजौरी, और बारामुल्ला जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में। ड्रोन, सैटेलाइट इमेजरी, और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के जरिए संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
25-26 अप्रैल की रात को LoC पर भारत-पाक सैनिकों के बीच गोलीबारी की खबरें आईं, जिसमें भारतीय सेना ने “उचित जवाब” दिया।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने खुलासा किया कि हमले में 15 स्थानीय ओवर ग्राउंड वर्कर्स (OGWs) ने आतंकियों को लॉजिस्टिक और हथियारों का सपोर्ट दिया। इनमें से पांच मुख्य संदिग्धों पर फोकस है, जिनमें तीन गिरफ्तार हो चुके हैं।
जांच में पुष्टि हुई कि हमलावरों के पास मिले हथियार, जैसे AK-47 और ग्रेनेड, पाकिस्तान से PoK के रास्ते आए थे। NIA, IB, RAW, और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम इस नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए अभियान चला रही है।
पाकिस्तान में दवा संकट
पहलगाम हमले के बाद भारत ने 23 अप्रैल को सिंधु जल संधि (IWT) निलंबित कर दी और सभी व्यापार बंद कर दिए। इसके जवाब में, पाकिस्तान ने भी 24 अप्रैल को भारत के साथ व्यापार, हवाई क्षेत्र, और SAARC वीजा छूट योजना को निलंबित कर दिया।
इस व्यापार निलंबन ने पाकिस्तान के दवा क्षेत्र पर गंभीर असर डाला है, क्योंकि पाकिस्तान अपनी 30-40% दवा सामग्री, जैसे Active Pharmaceutical Ingredients (APIs), एंटी-कैंसर दवाएं, टीके, और एंटी-रेबीज व एंटी-स्नेक वेनम भारत से आयात करता है।
पाकिस्तान के ड्रग रेगुलेटरी अथॉरिटी (DRAP) ने आपातकालीन उपाय शुरू किए हैं और चीन, रूस, और यूरोपीय देशों से वैकल्पिक स्रोत तलाशने की कोशिश कर रहा है।
DRAP के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “2019 के संकट के बाद हमने ऐसी परिस्थितियों के लिए तैयारी शुरू की थी।” हालांकि, पाकिस्तान फार्मास्युटिकल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (PPMA) के चेयरमैन तौकीर-उल-हक ने चेतावनी दी कि यदि दवा क्षेत्र को व्यापार प्रतिबंध से छूट नहीं मिली, तो जीवन रक्षक दवाओं की कमी हो सकती है।