गुमला: गुमला के कामडारा में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है, जहां भरी पंचायत में पूरे परिवार को खत्म करने की रणनीति बनी थी।
मामले में पुलिस ने हत्या के आरोप में 8 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है। गिरफ्तार किए गए सभी शख्स मृतक के रिश्तेदार ही हैं। गुमला के एसपी जनार्दन शर्मा ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस करके यह जानकारी दी है।
23 फरवरी को हुई थी पंचायत
एसपी ने बताया कि डायन बिसाही के शक में पूरे परिवार की हत्या की गई है। घटना से पहले 23 फरवरी को गांव में एक पंचायत हुई थी। इसमें 80 लोग शामिल हुए थे। इसी पंचायत में हत्या की रणनीति तैयार की गई थी।
बैठक के बाद 8 लोग आए थे और हत्या करने के लिए तैयार हुए थे। हत्या से पहले सभी ने शराब पी थी, इसके बाद कुल्हाड़ी से सभी को काट डाला।
निकोदिन व जोसफिना की ही करनी थी हत्या
पुलिस ने बताया कि आरोपी पिता निकोदिन तोपनो (55) और मां जोसफिना डहंगा (48) की हत्या के इरादे से गए थे। इनकी हत्या करने के बद ये लौट रहे थे।
इसके बाद इन्हें ख्याल आया कि अगर बाकी को छोड़ देंगे तो ये पुलिस में उनके खिलाफ शिकायत कर देंगे।
इसके बाद इन्होंने मृतक के पुत्र बिसेंट तोपनो (35), पतोहू शीलवंती तोपनो (30) और उसके 5 साल के बच्चे अलवीन तोपनो की भी हत्या कर दी।
इनकी हुई गिरफ्तारी
एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या मामले में सुनील टोप्पणों उर्फ कोने टोप्पणों, सोमा टोप्पणों, सलीम टोप्पणो उर्फ बारो टोप्पणो, फिरंगी टोप्पणोे उर्फ पुजार, फिलिप टोप्पणो, अमृत टोप्पणो, सावन टोप्पणो व दानियल टोप्पणो शामिल हैं।
गांव में हो रही थी मौतें, इसलिए हुआ शक
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उनका कहना है कि हालिया दिनों में लगातार गांव में लोगों की मौत हो रही थी।
बहुत सारे लोग बीमार भी पड़ रहे थे। इस कारण लोगों को लगा कि इनके टोना-टोटका से ही लोग बीमार हो रहे हैं।
रांची में रहने से बच गई 8 साल की बच्ची
कामडारा के आमटोली बुरूहातू गांव में मंगलवार को एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या किये जाने के बाद उस परिवार में अब सिर्फ एक आठ साल की बच्ची अंचना तोपनो ही बच गई है।
वह रांची में अपनी मौसी के घर में रहकर पढ़ाई करती है जो आमटोली बुरूहातू में नहीं थी।