रांची: झारखंड विधानसभा बजट सत्र के पहले दिन शुक्रवार को राज्यपाल के अभिभाषण के बाद प्रतिक्रिया देते हुए विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने इसे झूठ का पुलिंदा बताया है।
भाजपा विधायक अमर बाउरी ने कहा कि सरकार ने राज्यपाल से सदन में झूठ का पुलिंदा पढ़वाया है। विपक्ष ने पूरे भाषण को मौन रहकर सुना।
हम देखना चाहते हैं कि आखिर सत्ता पक्ष के झूठ की पराकाष्ठा क्या है। विधानसभा सत्र के दौरान सारे बयानों का पोस्टमार्टम सदन के पटल पर होगा।
सारी हकीकत से जनता को रूबरू कराएंगे। युवाओं और नियोजन नीति का मुद्दा सरकार के गले की फांस बनेगा।
भाजपा विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि सरकार कामडारा मामला, अपराध, उग्रवाद, मनरेगा समेत कई मामलों पर घिरेगी।
पार्टी विधायक नवीन जायसवाल ने कहा कि सरकार पिछले बजट की राशि को खर्च करने में कामयाब नहीं रही। एक साल में धरातल पर कोई योजना नहीं उतरी।
विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा कि सरकार कोविड-19 की रोकथाम में फेल रही। लेकिन, इन्होंने खुद को ऐसा महिमा मंडित किया है मानों कोविड वैक्सीन इन्होंने ही बनाया हो। उन्होंने कहा कि सरकार मुख्य रूप से चार काम कर रही है।
आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण अधिकारियों का तैयार किया हुआ दस्तावेज था। सिर्फ कोरम पूरा किया गया।
आंदोलनकारी परिवार को सम्मान और नौकरी देने की बात सरकार ने कही है। लेकिन, नौकरी देने में यह ख्याल रखना होगा कि उनकी गरिमा को ठेस न पहुंचे।
थर्ड और फोर्थ ग्रेड की नौकरियां देकर आंदोलनकारियों से चाय न बनवाया जाए और वह मंत्रियों-अधिकारियों के गाड़ियों के दरवाजे खोलते ना नजर आएं।
रांची से भाजपा विधायक सीपी सिंह ने कहा कि जो चीजें केंद्र सरकार ने की हैं, उसे राज्य सरकार ने अपने खाते में लेने की कोशिश की है। राज्य सरकार को जनता से ऐसा छलावा नहीं करना चाहिए।
उधर, मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में वही बातें पढ़ी हैं जो धरातल पर हैं। जो सच है वही उन्होंने कहा है। विपक्ष का नजरिया अलग होता है। उनका काम ही विरोध करना है।