नई दिल्ली: जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन के कैंपों को ध्वस्त करने के लिए 2 साल पहले की गई बालाकोट एयर स्ट्राइक की दूसरी एनिवर्सिरी के मौके पर भारतीय वायुसेना ने एक और एयर स्ट्राइक की।
यह एयर स्ट्राइक किसी देश या किसी आतंकवादी संगठन पर नहीं, बल्कि एक अभ्यास के रूप में की गई।
लॉन्ग रेंज की एयर स्ट्राइक पर प्रैक्टिस टारगेट को निशाना बनाया गया। इस एयर स्ट्राइक को उसी स्क्वाड्रन ने अंजाम दिया, जिसने बालाकोट में असल ऑपरेशंस कर आतंकी कैंपों को ध्वस्त कर दिया था।
सीएएस, एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने भी स्क्वाड्रन पायलटों के साथ एक मल्टी एयरक्राफ्ट में उड़ान भरी।
वायुसेना की इस प्रैक्टिस स्ट्राइक का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एयरक्राफ्ट के जरिए से एक टारगेट पर निशाना लगाते हुए देखा जा सकता है
। लक्ष्य के निशाना बनते ही तेजी से धमाका हुआ और काफी ऊंचाई तक धुएं का गुबार उड़ता रहा। बालाकोट एयर स्ट्राइक के शुक्रवार (26 फरवरी) को दो साल पूरे हुए हैं।
14 फरवरी को हुए जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने 26 फरवरी की देर रात इसका बदला लिया था और पाकिस्तान के बालाकोट में स्थित जैश के आतंकी कैंपों को जमकर निशाना बनाया था।
भारतीय वायुसेना के इस एयर स्ट्राइक में जैश के करीब 250 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया था। इस ऑपरेशन की गोपनीयता बनाए रखने के लिए इसका कोडनेम ‘ऑपरेशन बंदर’ रखा था।
वायुसेना के इस सैन्य ऑपरेशन के लिए 12 मिराज लड़ाकू विमानों को भेजा था।
मिशन पूरा होने के बाद प्रधानमंत्री नेरंद्र मोदी ने सभी वरिष्ठ मंत्रियों, शीर्ष पीएमओ अधिकारियों, कैबिनेट सचिव, गृह सचिव, विदेश सचिव, सचिव, निदेशक इंटेलिजेंस ब्यूरो और तत्कालीन वायु सेना प्रमुख के साथ एक बैठक बुलाई थी।
इस बैठक में पीएम ने इंटेलिजेंस , खासकर रॉ को धन्यवाद दिया था, जिसने बड़ी भूमिका निभाई थी।