रामगढ़ : आज समाज में प्रेम विवाह जैसी बातें आम हो चुकी हैं। हर बालिग युवक और युवती को अपनी मर्जी से जीवन जीने का अधिकार कानून भी देता है।
लेकिन रिश्ते में मां-बाप की मर्जी शामिल ना हो तो उनका गुस्सा भी बच्चों को झेलना पड़ता है। एक ऐसा ही मामला रामगढ़ जिले की रजरप्पा थाना क्षेत्र अंतर्गत लारी गांव से सामने आया है।
यहां बुधवार की शाम श्मशान घाट पर ग्रामीणों की भीड़ लगी हुई थी।
एक परिवार अपनी बेटी का पुतला बनाकर अंतिम संस्कार कर रहा था।
इसका वीडियो वायरल हुआ तो पूरे जिले में आग की तरह फैल गया। लारी विष्णु टोला की एक लड़की क्रांति कुमारी ने अपने प्रेमी के साथ जीवन जीने का फैसला लिया।
लेकिन उसका यह फैसला उसके परिवार वालों को पसंद नहीं आया।
उन्होंने अपनी बेटी से ना सिर्फ रिश्ता तोड़ दिया, बल्कि धर्म के अनुसार उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया। ताकि दोबारा कोई रिश्ता मन में भी ना रहे।
क्रांति कुमारी के मामा दिलीप कुमार ने बताया कि 28 फरवरी की शाम क्रांति घर से भाग गई थी। उन लोगों ने उसकी तलाश की और रजरप्पा थाने में गुमशुदगी का मामला भी दर्ज कराया।
पुलिस और परिजनों ने मिलकर बोकारो जिले के दनिया से क्रांति को बरामद किया और थाने लाया गया। यहां पता चला कि क्रांति ने अपनी मर्जी से प्रेमी के साथ शादी रचा ली है।
साथ ही उसने अपनी जिंदगी प्रेमी के साथ गुजारने का फैसला भी सुनाया। लड़की बालिग थी, इसलिए कानूनी रूप से परिजन भी उसे रोक नहीं सकते थे। इसलिए सभी परिजनों ने मिलकर उसका परित्याग कर दिया।
बुधवार को लड़की के पिता सुनील महतो अपने रिश्तेदार महेंद्र महतो, नकुल महतो, विशेश्वर महतो, शालिगराम महतो, सुरेंद्र महतो, टिंकू, जानकी, लखेंद्र, विनोद, सुरेश, संतोष, रामलाल, सीताराम, मोहित ठाकुर अन्य लोगों के साथ गांव में शव यात्रा निकाली।
क्रांति कुमारी के नाम पर बनाए गए पुतले को श्मशान घाट लाया गया और धर्म के अनुसार उसे मुखाग्नि दी गई।