नई दिल्ली : असम और पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण के उम्मीदवारों के नाम तय करने लिए कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति शनिवार को एक बैठक आयोजित करेगी।
पार्टी के सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस और द्रमुक के बीच सीट बंटवारे के समझौते को शुक्रवार या शनिवार को अंतिम रूप दिया जाएगा।
सूत्रों ने कहा कि दोनों दलों के बीच गतिरोध चिंता का विषय है और कांग्रेस नेतृत्व ने राज्य इकाई से इस मुद्दे को जल्द सुलझाने को कहा है।
तमिलनाडु में चुनाव प्रबंधन की देखरेख के लिए नियुक्त किए गए वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली ने कहा कि बातचीत जारी है और इसे आज या कल तक अंतिम रूप दिया जा सकता है।
पश्चिम बंगाल और असम में पार्टी की संचालन समितियों ने संभावित उम्मीदवारों के नामों को सूचीबद्ध किया है।
तमिलनाडु में कांग्रेस को द्रमुक के साथ सीटों के लिए मोलभाव करने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि इसने कड़ा रुख अपनाया हुआ है।
कांग्रेस कम से कम 50 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, जो पिछली बार की तुलना में 10 सीटें ज्यादा हैं। द्रमुक के सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस को इतनी सीटें नहीं दी जाएंगी, बल्कि केवल 25 सीटें मिलेंगी।
बहरहाल, खबरों के अनुसार, यह संख्या कांग्रेस के लिए अस्वीकार्य है।
पार्टी चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत लगा रही है और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की तमिलनाडु की यात्रा द्रमुक पर अधिक सीटों के लिए दबाव बनाने की रणनीति का हिस्सा थी।
कांग्रेस ने प्रदेश के नेताओं को चेन्नई में इस मुद्दे पर विचार-विमर्श करने के लिए बुलाया है। पार्टी कुछ सीटों पर दोस्ताना मुकाबले के लिए जा सकती है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि पार्टी का प्रदेश नेतृत्व इस बाबत फैसला करेगा।
234-सदस्यीय तमिलनाडु विधानसभा के लिए मतदान 6 अप्रैल को एक ही चरण में होगा।